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JSSC-CGL परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे देवेंद्रनाथ महतो सहित 4,000 छात्रों पर FIR

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द फॉलोअप डेस्क, रांची:

जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा में कथित गड़बड़ियों के खिलाफ आयोग कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर रहे छात्रनेता देवेंद्रनाथ महतो सहित कुल 4,000 छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इनमें 15 नामजद हैं। 31 जनवरी को हजारों की संख्या में छात्रों ने रांची के नामकुम स्थित झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग के दफ्तर का घेराव किया था। छात्रों ने 28 जनवरी और 4 फरवरी को आयोजित जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा को रद्द करने, ऑनर्स लीक प्रकरण की सीबीआई जांच, आयोग के चेयरमैन नीरज सिन्हा का इस्तीफा और परीक्षा लेने वाली एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करने की मांग को लेकर उग्र प्रदर्शन किया था। छात्र ये भी मांग कर रहे थे कि पीजीटी टीचर, नगरपालिका सेवा संवर्ग और लैब असिस्टेंट परीक्षा की भी सीबीआई जांच कराई जाये। \

4 हजार छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन के प्रमुख देवेंद्रनाथ महतो के साथ प्रदर्शन में शामिल योगेंद्र चंद्र भारती, मनोज यादव, संजय मेहता, बेबी महतो, महेंद्र प्रसाद, प्रेम नायक, लक्की राम, चंदन, रविंद्र महतो, विशाल पॉल, सायन परवीन, देव महतो, विनय मेहता और महेंद्र प्रसाद महतो सहित तकरीबन 4,000 छात्रों के खिलाफ आईपीसी की धारा 47/148/149/307/186/188/323/332/504/506/427 और प्रीवेंशन ऑफ डैमेज टू पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है।

31 जनवरी को आयोग कार्यालय में प्रदर्शन
गौरतलब है कि आंदोलन के पश्चात आयोग ने 31 जनवरी को झारखंड के विभिन्न जिलों में आयोजित परीक्षा में गड़बड़ियों की बात स्वीकारते हुए परीक्षा रद्द किये जाने का ऐलान किया था। आयोग की वेबसाइट और दफ्तर के बाहर नोटिस चस्पा कर भी इस बात की जानकारी दी गई थी कि 4 फरवरी की परीक्षा भी रद्द की जाती है। 

देवेंद्रनाथ महतो को धमकी देने का लगाया आरोप
इस मामले में छात्रनेता योगेशचंद्र भारती और महेंद्र प्रसाद ने आरोप लगाया है कि आंदोलन की अगुवाई कर रहे जेएसएसयू के प्रमुख देवेंद्रनाथ महतो को जान से मारने की धमकी दी गई। इसी वजह से देवेंद्रनाथ महतो अंडरग्राउंड हैं और उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। इन्होंने मांग की है कि देवेंद्रनाथ महतो को पर्याप्त सुरक्षा दी जाये।

योगेशचंद्र भारती और महेंद्र प्रसाद ने बताया कि पेपर लीक में शामिल कोचिंग माफिया, जेएसएससी चेयरमैन और परीक्षा एजेंसी के संरक्षण में असामाजिक तत्वों ने छात्रों को एकतरफा टार्गेट किया।