सीतेश कुमार, हजारीबाग
जी हां, हजारीबाग मंडई निवासी आदर्श कुमार ने अपने असाधारण शोध कार्य के दम पर फ्रांस में आयोजित प्रतिष्ठित ‘यूरोपियन मटेरियल्स रिसर्च सोसाइटी’ के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में तीसरा स्थान प्राप्त कर देश का परचम लहराया है। इस सम्मेलन में दुनियाभर से 800 से अधिक शीर्ष वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने भाग लिया था। लेकिन, भारत के आदर्श ने अपने शोध को जिस प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया, उसने अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय को भी चौंका दिया।
उनका शोध लेख इतना उत्कृष्ट था कि उसे 'रॉयल सोसाइटी ऑफ साइंस' जैसी प्रतिष्ठित जर्नल में प्रकाशन के लिए चयनित किया गया। यह वही मंच है जिसे विज्ञान और अनुसंधान की दुनिया में अत्यंत सम्मानित माना जाता है। इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर आदर्श को न सिर्फ पुरस्कार और सम्मान से नवाजा गया, बल्कि उन्होंने हजारीबाग, झारखंड और पूरे देश को गर्व का एहसास कराया।"
आज आदर्श की यह सफलता न सिर्फ उनके परिवार और मित्रों के लिए खुशी की बात है, बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है। यह साबित करता है कि अगर जुनून हो, तो हजारीबाग जैसे छोटे शहर से भी निकलकर दुनिया के बड़े मंचों पर देश का नाम रोशन किया जा सकता है। आदर्श कुमार — एक नाम, जो आज भारत की प्रतिभा का प्रतीक बन गया है।