द फॉलोअप डेस्कः
हजारीबाग के बरही में विसर्जन जुलूस के दौरान भीड़ द्वारा रूपेश पांडेय की हत्या के मामले के आरोपी मोहम्मद असलम उर्फ पप्पू मियां की डिस्चार्ज पिटीशन सीबीआई की विशेष कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है। सीबीआई की ओर से विशेष लोक अभियोजक खुशबू जायसवाल ने बहस की। बता दें कि 6 फरवरी 2022 को शाम पांच बजे रूपेश पांडेय अपने चाचा के साथ बरही में सरस्वती पूजा देखने गया था। उस दौरान कुछ लोगों की भीड़ ने रुपेश की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस मामले को लेकर बरही थाना में 27 आरोपियों के खिलाफ कांड संख्या 59 /2022 दर्ज कराया गया था। जबकि कांड 63/2022 में 87 नामजद और अन्य अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। इस मामले में बरही थाना में दो FIR दर्ज हुई थी। दोनों FIR को सीबीआई ने टेकओवर कर जांच की है।