द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पुलिस जवानों पर विशेष रूप से मेहरबान है। सरकार की ओर से ये कोशिश हो रही है कि जवानों को समय पर बेहतर सुविधा मिले। उन्हें मनचाहे जिले में पोस्टिंग मिले और साथ में उनके प्रमोशन का भी ख्याल रखा जाए। इसके लिए सरकार की ओर से विशेष तैयारी की जा रही है। झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि प्रयास किया जा रहा है कि पुलिस जवानों को उनके पसंदीदा जिले में भेजा जाए। इसके लिए क्यूआर कोड के माध्यम से पूरे राज्य में निमंत्रण दिया गया है, जिसमें 1700 पुलिसकर्मियों ने अपने मनचाहे जिले में जाने की इच्छा जाहिर की है। दरअसल राज्य के कुछ ऐसे जिले हैं जहां लोग जाने में कतराते है। उदाहरण के तौर पर अगर गढ़वा जिले को ले लें। तो कुछ लोग गढ़वा जिले नहीं जाना चाहते। तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो गढ़वा जिले में जाना चाहते हैं। जो गढ़वा के सिपाही है लेकिन दुमका में काम कर रहे हैं वह गढ़वा आना चाहते हैं। तो उन्हें आने के लिए आमंत्रित किया गया है।
इसके साथ ही जवानों का प्रमोशन सही समय पर मिले। इसपर भी ध्यान दिया जा रहा है। डीजीपी अनुराग गुप्ता भी मानते हैं कि समय पर जवानों को प्रमोशन मिलना चाहिए और इसके प्रयास किया जा रहे हैं। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि पुलिस मुख्यालय में निर्णय लिया गया है कि जिस तरह से आईपीएस अधिकारियों को 1 जनवरी को उनकी प्रमोशन मिलती है। वैसे ही हर जवान हर पुलिसकर्मी को भी प्रमोशन समय पर मिले। इसमें काफी प्रयास किए गए हैं और सफलता भी मिल रही है। साथ ही अन्य लाभ मिलना चाहिए। साथ ही चतुर्थ वर्गीय कर्मी और पुलिस के अंतिम पंक्ति में खड़े हैं। उनके प्रमोशन नहीं हुए हैं। उनके लिए भी अधिनियम बनाकर सरकार को भेजे गए हैं। डीजीपी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है। इन्हें प्रमोशन देना है। प्रयास किया जा रहा है कि चतुर्थवर्गीय कर्मी, मेहनतकश जवानों कुक, गार्डनर, लेबर क्लास के लोगों को भी प्रमोशन मिलनी चाहिए। इसके अलावा हर रैंक में भी प्रमोशन मिलनी चाहिए। सीनियर डीएसपी के 38 लोगों को प्रमोशन मिले इसके प्रयास किया जा रहे हैं।
डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार का कड़ा निर्देश है कि सभी पंक्ति के लोगों को मनोबल बढ़ाने के लिए पुलिस में प्रमोशन दीजिए। यह पहली प्राथमिकता रहेगी। इसके साथ ही डीजीपी ने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया और बैंक ऑफ़ इंडिया दोनों बैंक के साथ एक समझौता किया है कि अगर कोई भी जवान या पुलिस अधिकारी इन दोनों बैंक का अकाउंट होल्डर और इसमें सैलरी अकाउंट है। अगर किसी एक्सीडेंट में उनकी मृत्यु हो जाती है। तो उसे एक करोड रुपए मिलेंगे। इस महीने सात लोगों को एक-एक करोड रुपए दिए जाएंगे।