logo

जब तक मैं हूं, झारखंड पर कोई बुरी दृष्टि नहीं डाल सकता; दुमका में बोले हेमंत सोरेन

a438.jpeg

द फॉलोअप डेस्क, दुमका:

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए ईडी द्वारा भेजे गए छठे समन का जिक्र किए बिना इशारों-इशारों में भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। मुख्यमंत्री को आज ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए हाजिर होना था लेकिन वह नहीं गए। उन्होंने दुमका में आयोजित सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में शामिल होना चुना। जानने योग्य बात यह भी है कि उनका काफिला तय समय पर ईडी कार्यालय के सामने से होकर गुजरा। समन की ओर इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों को लगा था कि हम आज यहां (दुमका) नहीं आ पाएंगे। उनको यह भ्रम है लेकिन ऐसा नहीं होगा।

 

हमारे ही लोग हमें बदनाम करते हैं! 
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे ही समुदाय के कुछ लोग उन लोगों का दलाल बनकर हमें और हमारी सरकार को बदनाम करने का प्रयास करते हैं। बड़ी चतुराई से हमारे खिलाफ षड्यंत्र किया जा रहा है। हमारी योजनाओं को बदनाम किया जाता है। जनता में भ्रम फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने जनसमूह से कहा कि मैं आपके माध्यम से विरोधियों को जवाब देना चाहता हूं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सर्वजन पेंशन योजना, सावित्रीबाई फूले योजना और धोती-साड़ी लुंगी योजना को लेकर सवाल पूछा कि आपको योजनाओं का लाभ मिलता है या नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 8 लाख परिवारों को अबुआ आवास योजना का लाभ देने के लिए 15,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। हालांकि, शिविरों में जितने आवेदन आए हैं उससे लगता है कि पैसा कम पड़ेगा लेकिन मैं कहीं से भी पैसा जुटाकर गरीबों को घर दूंगा। 

हक मांगने से नहीं मिलेगा, छीनना पड़ेगा!
सीएम हेमंत ने कहा कि केंद्र के पास हमारा 1.36 करोड़ रुपये बकाया है। बकाया पैसा मिलने में दिक्कतें आ रही है। लगता है कि हक मांगने से नहीं मिलेगा बल्कि छीनना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिविरों में आ रहे आवेदनों की संख्या देखकर ऐसा लगता है कि पूर्ववर्ती सरकारों में प्रखंड और जिला कार्यालयों में काम नहीं होता था। सरकार ने पदाधिकारियों को अपनी सेवा में लगा रखा था लेकिन हमने जनता और पदाधिकारियों का खयाल रखा। पदाधिकारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जिससे वे उत्साहित होकर सरकार की योजना सुदुरवर्ती ग्रामीण इलाकों तक पहुंचा रहे हैं।