द फॉलोअप डेस्क
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने भाषण दिया। मुख्यमंत्री ने हेमंत है तो हिम्मत है के नारे के साथ अपना भाषण शुरू किया। वह लगातार हेमंत सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं। वह बता रहे हैं कि कोरोना काल में हेमंत सोरेन ने कुशल नेतृत्व किया। सरकार गठन के साथ ही विपक्ष हमारी सरकार को गिराने पर तुल गई। जबकि चुनाव के वक्त हेमंत सोरेन को जनादेश प्राप्त हुआ। जब डबल इंजन की सरकार थी उस वक्त स्वास्थय व्यवस्था कि दयनीय स्थिति थी। अस्पतालों में एक भी वैनिटेलर उपलब्ध नहीं था। हेमंत सोरेन ने नेतृत्व में उस महामारी में भी राज्य की जनता की सेवा की गई। किसी भी राज्य वासी की उस दौरान न तो भूख और न ही इलाज को लेकर मौत हुई।
हवाई जहाज से सभी मजदूरों को लाया
कोरोना काल के दौरान जब झारखंड के मजदूर दूसरे राज्य में फंस गए थे। देशभर में लॉकडाउन लग गया था। उस दौरान हेमंत सोरेन ने हवाई जहाज से सभी मजदूरों को लाया। 2 साल तक हेमंत सोरेन की कार्यकाल कोरोना से प्रभावित हुआ। इसके बाद हमने काम करने शुरू किया। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में हमारी सरकार ने बुनियादी समस्याओं को दूर करने की कोशिश की।
हां मैं हेमंत पार्ट 2 हूं
सीएम ने कहा कि विपक्ष मुझे कहती है चंपाई हेमंत सोरेन का पार्ट-2 है। मैं गौरव के साथ कहता हूं मैं हेमंत पार्ट 2 हूं। यहां की शिक्षा, कृषि और स्थिति को भाप कर हेमंत ने सर्वजन पेंशन योजना की शुरुआत की। जहां कोई डीसी, डीडीसी तक नहीं पहुंचते थे। हेमंत सोरेन ने आपकी योजना आपकी सरकार के तहत एक-एक परिवार की तकलीफ जानकर उनको आज सर्वजन पेंशन योजना से जोड़ने का काम किया। ये क्या गुनाह है। गरीब किसान का बेटा जो मैट्रिक करता है और उसके पास डिप्लोमा करने का पैसा नहीं है। गुरुजी केंड्रिट कार्ड लाया गया। यहां के आदिवासी- दलित छात्रों को मुफ्त में विदेश पढ़ने के लिए भेज दिया। स्मार्ट मॉडल स्कूल की शुरुआत की गई। जिस घर में कभी शिक्षा का दीया नहीं जला हम उस घर में दीया जलाने की सोच के साथ हेमंत सोरेन ने स्मार्ट मॉडल स्कूल की शुरुआत की थी। ये क्या गलत है। हमारा विपक्ष की सरकार झारखंड अलग होने के बाद काफी समय तक झारखंड में थी तो इस प्रदेश का क्या हुआ।
मैं दिशोम गुरु का विद्यार्थी हूं
चंपाई सोरेन ने कहा कि हमको दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने संघर्ष करना सिखाया। मैं उनका विद्यार्थी हूं। वो मेरे आदर्श हैं। झारखंड आंदोलन से लेकर अभी तक मुझे इस मुकाम तक शिबू सोरेन ने लाया। मुझे सबकुछ सिखाया। आज मुझे आप लोगों को सामने बोलने की इच्छा नहीं थी लेकिन मैं बोल रहा था। केंद्र में जो भारत सरकार बैठी है। केंद्रीये एजेंसियों का इस्तेमाल कर हेमंत सोरेन को जमीन घोटाला मामले में उन्हें जेल भेज दिया। इतिहास से लेकर आजतक जब-जब यहां के आदिवासी-मूलवासी यहां कुशल नेतृत्व करते हैं तब-तब उसपर हर तरह का शिकाजा कस के उन्हें दबाने की कोशिश की जाती है। फिर चाहें वो बाबा तिलका मांझी का इतिहास हो, या फिर सिद्दों कान्हू, फूलो झानो का इतिहास हो। या फिर भगवान बिरसा मुंडा का इतिहास हो। जब-जब यहां आदिवासी मूलवासी की सरकार बनती है, इन्हें दर्द होने लगता है।
जमीनी स्तर पर जाकर हेमंत सोरेन ने किया काम
आज आप किसी भी गांव में जायेंगा, हर घर में हेमंत सोरेन की योजना का लाभ आपको दिखेंगे। इसको विपक्ष नहीं मिटा पाएगी। जिसके शरीर पर कपड़ा नहीं था हेमंत सोरेन ने उसे कपड़ा दिया। जिस घर में कभी दिया नहीं जला था उसके दिल में हेमंत सोरेन ने दिया जलाया है। जमीनी स्तर पर जाकर हेमंत सोरेन ने काम किया है। सिचाई की व्यवस्था भी हेमंत सोरेन ने शुरु की है। हेमंत सोरेन ने राजहित में काम किया है। लेकिन आज केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग कर उन्हें फंसाया गया है।
केंद्रीये एजेंसियों का इस्तेमाल लोकतंत्र के लिए खतरा
इसी सदन के विधायक बंधु तिर्की को 5 लाख के लिए अपनी सदस्यता गंवानी पड़ी लेकिन यहां विपक्ष में एक सदस्य है भानु प्रताप शाही जिसका 7 करोड़ रुपया ईडी ने पकड़ा था लेकिन आज वो बीजेपी में है इसलिए उसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक ऐसे मामले में हेमंत बाबू को जेल भेजा गया, जिसका न खाता है और न बही। हेमंत बाबू जनता के दिल में दिया जलाकर आये हैं, बीजेपी के लोग उसे कैसे मिटा पायेंगे। हेमंत सोरेन ने झारखंड के हित में कई सारी योजना लाई। योजनबद्ध तरीके से सारी योजना लागू की। इसे विपक्ष हजम नहीं कर पाई इसलिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर उन्हें जेल में डलाया। सत्ता के लिए इनलोगों ने केंद्रीये एजेंसियों का इस्तेमाल किया है। ये लोकतंत्र के लिए खतरा है। बाबा साहब ने जो संविधान बनाया है उसे मत मिटायें। ये लोग देश में अजीब हालात पैदा कर दिये हैं। ऊपर वाले के घर में देर है, अंधेर नहीं। बीजेपी के लोग इंतजार करें। लोकतंत्र बचाना है इसलिए हेमंत सोरेन के जनादेश के सम्मान के लिए मुझे अपना समर्थन जरूर दीजिएगा।