रांची:
छठी जेपीएससी मामले में दायर याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में लगातार तीसरे दिन सुनवाई होगी। पिछले दो दिन की हुई सुनवाई में दोनों पक्षों की तरफ से दलील दी गई। इसके बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला। आज अहम फैसला आने की संभावना है। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने पहले बताया था कि पेपर वन का मार्क रिटेन एग्जाम के दौरान ही जोड़ा जाना चाहिए ताकि उस आधार पर अन्य अभ्यर्थी को भी साक्षात्कार में भाग लेने का मौका मिलना चाहिए। उन्होंने कहा था कि आयोग ने किसी भी तरह के सर्कुलर में कोई बदलाव नहीं किया है, जिस पर अदालत ने उन्हें लिखित जवाब पेश करने को कहा था।
क्या कहते हैं अधिवक्ता
रिजल्ट में बाहर किए गए अभ्यर्थियों का पक्ष अधिवक्ता कपिल सिब्बल एवं वरिष्ठ अधिवक्ता पीएस पटवालिया ने रखा। पीएस पटवालिया ने जेपीएससी के द्वारा रिवाइज रिजल्ट के मार्किंग पैटर्न को सही बताया है। वहीं कपिल सिब्बल बताया कि जेपीएससी ने कई बार अपना स्टैंड बदला है इसलिए पेपर वन का अंक फाइनल मेरिट लिस्ट में नहीं जुड़ सकता। वह पूरी प्रक्रिया को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। बता दें कि यह सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस सीटी रवि कुमार की खंडपीठ में हो रही है।
क्या फैसला आता है जानना अहम होगा
राज्य सरकार के द्वारा झारखंड हाईकोर्ट के खंडपीठ के फैसले पर सहमति जताई गई है और रिवाइज रिजल्ट को सही ठहराया गया है। रिजल्ट से बाहर हुए अभ्यर्थियों की नजर सुप्रीम कोर्ट से आने वाले आदेश पर टिकी हुई है। देखना अहम होगा कि आज क्या फैसला आता है।