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तकरार : राज्य में हुए सभी कल्याणकारी कामों का क्रेडिट अकेले ले गये CM हेमंत सोरेन: दीपिका पांडेय सिंह

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रांची: 

झारखंड कांग्रेस का 3 दिवसीय चिंतन शिविर गिरिडीह के पारसनाथ में जारी है। चिंतन शिविर के तीसरे दिन महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह का संबोधऩ हुआ। अपने संबोधन में दीपिका पांडेय सिंह ने महागठबंधन सरकार में सहयोगी झारखंड मुक्ति मोर्चा और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधा। दीपिका पांडेय सिंह ने आरोप लगाया कि महागठबंधन सरकार में हुए तमाम जन-कल्याणकारी कामों का क्रेडिट अकेले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ले गये। कांग्रेस को इसकी उचित सहभागिता नहीं मिली। 

दीपिका पांडेय सिंह बोलीं, मैं कड़वा बोलती हूं
दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि लोग कहते हैं कि मैं थोड़ा कड़वा बोलती हूं। मेरी प्रकृति ही ऐसी है। कोशिश करती हूं कि मीठा बोलूं लेकिन मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि यदि मैं नीम हूं। कड़वा बोलती हूं और पार्टी-संगठन को इसका फायदा मिलता है तो अच्छा है। मैं कड़वा ही बोलूंगी। दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि मुझे ये कहने में कोई गुरेज नहीं है कि राज्य में जितने भी जन-कल्याणकारी काम हुए हैं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उसका पूरा क्रेडिट ले गये। हैरानी इसलिए भी होती है क्योंकि उन योजनाओं का क्रियान्वयन जिन विभागों के मार्फत हुआ, वो सभी कांग्रेस के पास हैं। हमें भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। 

कल्याणकारी योजनाओं का क्रेडिट व्यक्ति विशेष को
महागामा विधायक ने कहा कि हाल ही में पेट्रोल पर सब्सिडी देने की योजना का क्रियान्वयन हुआ। कोरोना काल में प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा के तहत रोजगार मुहैया करवाया गया। किसानों का ऋण माफ किया गया। कोरोना महामारी के दौरान स्वास्थ्य के क्षेत्र में जिस तरीके से काम हुआ। इन सभी का क्रियान्वयन अच्छी तरह से हुआ। उपरोक्त जो भी काम हुये, उनके विभाग हमारे मंत्रियों के पास थे। गौरतलब है कि कृषि विभाग बादल पत्रलेख के पास है। स्वास्थ्य मंत्रालय बन्ना गुप्ता के जिम्मे है।

पेट्रोलियम और वित्त संबंधी विभाग डॉ. रामेश्वर उरांव के पास है। इसी और इंगित करते हुए दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि हमें सरकार में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। हमें सरकार में रहते हुए संगठन को भी ध्यान में रखना होगा। 

 

सरकार में रहते हुए हमें स्वाययत्ता सुनिश्चित करनी होगी
दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि मेरी शिकायत ये भी है कि कुछ लोगों को संगठन और सरकार में उनकी उचित हिस्सेदारी नहीं मिली। कुछ लोग विधायक बन गये। कुछ लोगों को मंत्रीपद मिला, लेकिन जिन्होंने अच्छे और बुरे वक्त में पार्टी का साथ नहीं छोड़ा। किसी भी परिस्थिति में पार्टी का झंडा पूरे समर्पित भाव से उठाते रहे, उनको हिस्सेदारी मिलनी चाहिये। उनको ताकत देना होगा तभी संगठन भी मजबूत बनेगा।

महागठबंधन सरकार में हमारी भागीदारी दिखनी चाहिये
दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि सरकार में हमारी भी भागीदारी दिखनी चाहिये। हमारे सवाल पर 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण का मसला उठा। मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि इस पर सकारात्मक कदम उठाया जायेगा। परिवहन निगम का गठन 21 साल से नहीं हुआ था। हमने सदन में मसला उठाया तो इस दिशा में पहल की गई। मानती हूं कि कोरोना काल था। बीस सूत्री के गठन में भी देरी हुई, लेकिन अब वक्त है कि हम अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।