रांची
झारखंड सरकार द्वारा बुलाई गई ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल (TAC) की बैठक से भाजपा द्वारा किनारा किए जाने पर प्रदेश कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस कमिटी के मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने इसे संविधान, परंपरा और आदिवासी अस्मिता का अपमान बताया है। राकेश सिन्हा ने कहा कि भाजपा की आदत रही है कि वह आदिवासियों के अधिकारों और सम्मान को नजरअंदाज करती रही है। उन्होंने याद दिलाया कि पत्थलगड़ी आंदोलन के दौरान भाजपा सरकार ने निर्दोष आदिवासियों पर देशद्रोह जैसे गंभीर मुकदमे थोपे थे।
“आज वही भाजपा आदिवासी हितों की उपेक्षा का आरोप लगाकर टीएसी की बैठक से दूरी बना रही है, जबकि अपने शासनकाल में लैंड बैंक के नाम पर आदिवासियों की जमीन कॉरपोरेट्स को सौंपने की साजिश की थी,” – सिन्हा ने कहा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने ही सीएनटी और एसपीटी एक्ट में संशोधन का प्रस्ताव लाकर आदिवासियों के जल-जंगल-जमीन से जुड़े अधिकारों को कमजोर करने की कोशिश की थी।
कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि भाजपा बार-बार आदिवासी समुदाय को गुमराह क्यों करना चाहती है। उन्होंने कहा, “भाजपा को अब स्पष्ट करना होगा कि वह आदिवासी हितों के साथ है या नहीं। उन्हें यह भी बताना चाहिए कि आदिवासियों की समस्याओं पर चर्चा से वे डर क्यों रहे हैं।”