द फॉलोअप डेस्क:
झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम लिमिटेड, अडानी पावर प्लांट से बिजली लेने के लिए प्रस्ताव तैयार कर रहा है। बता दें कि एमओयू के तहत झारखंड सरकार को गोड्डा में निर्मित पावर प्लांट से 400 मेगावाट बिजली मिलना तय हुआ था। पावर प्लांट में बिजली का उत्पादन शुरू हो चुका है। बता दें कि जेबीवीएनएल द्वारा तैयार की जा रही रिपोर्ट में 400 मेगावाट बिजली की उपयोगिता यानी कि कहां कितनी जरूरत है, राज्य में प्रतिदिन बिजली की औसत खपत सहित अन्य बातें शामिल की जाएंगी।
झारखंड में बिजली की मांग के अनुरूप आपूर्ति नहीं
गौरतलब है कि झारखंड में बिजली समस्या की मुख्य वजह मांग के अनुरूप आपूर्ति का नहीं होना है। जेबीवीएनएल द्वारा तैयार की जा रही रिपोर्ट में 400 मेगावाट बिजली की खपत पर खासा जोर दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने हाल ही में इस संबंध में झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम लिमिटेड को जरूरी निर्देश दिया था। रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख किया जाएगा कि झारखंड को कितनी बिजली चाहिए। दरअसल, राज्य सरकार ने जेबीवीएनएल से पूछा था कि राज्य को 400 मेगावाट बिजली चाहिए या नहीं। उर्गा विभाग भी अडानी समूह से वार्ता करेगा। जेबीवीएनएल की भी कुछ शर्तें है।
गोड्डा अडानी पावर प्लांट में बिजली उत्पादन शुरू
बता दें कि गोड्डा में बने अडानी पावर प्लांट में 23 जून 2023 से बिजली उत्पादन शुरू हो चुका है। 2 यूनिट बने हैं जिनमें प्रत्येक में 800 मेगावाट के हिसाब से 1600 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है। एमओयू के मुातबिक इनमें से 25 फीसदी यानी 400 मेगावाट बिजली झारखंड को मिलना चाहिए। ये तय रेट से कम कीमत पर उपलब्ध कराना है।