रांची:
पिछले दिनों रोजगार की मांग को लेकर पटना से प्रयागराज तक युवाओं ने प्रदर्शन किये। कई जगह इसने हिंसक रूप भी ले लिया। कई लड़के पकड़े गए। वहीं बेरोजगारी को लेकर इधर आई नई रिपोर्ट ने आग में घी का काम किया है। मोदी सरकार के विरुद्ध विपक्ष आक्रमक मूड में है। झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आभा सिन्हा ने आज प्रेस बयान जारी कर कहा है कि 2021 में 3 करोड़ युवाओं ने रोजगार खोया है। 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज हिन्दुस्तान में है। मोदी सरकार द्वारा मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया की बात की जाती है, लेकिन जो रोजगार हमारे युवाओं को मिलना चाहिए वो नहीं मिला और जो था वो गायब हो गया। उन्होंने अंबानी और अडानी को देश का सबसे बड़ा मोनोपोलिस्ट करार दिया। जो देश की अर्थव्यवस्था को अपनी चपेट में लेते जा रहे हैं।
आभा सिन्हा ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी नीत सरकार अपना ही गुणगान करते रहने एवं आम लोगों की समस्याओं की अनदेखी करने में लगी है। न तो करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद गंगा साफ हुई, न ही जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद वहां आतंकी हिंसा में कमी आई। उल्टे देश भर में महंगाई और बेरोजगारी ने कोविड के कारण पहले से ही परेशान आम लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री पीएम मोदी बोलते फिर रहे हैं कि देश बदल रहा है। देश में किस तरह का बदलाव आ रहा है, यह देश की जनता के अलावा और कौन जान सकता है।
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय बजट में मनरेगा के आवंटन में कटौती की गयी है, जो गरीब, बेरोजगार जनता की रोजी-रोटी पर सीधा प्रहार गया गया है। वहीं दूसरी तरफ कॉपरेटिव टैक्स में 18 प्रतिशत से कटौती कर 15 प्रतिशत किया गया है। इस पर लगने वाला सरचार्ज भी 12 प्रतिशत से कम कर 7 प्रतिशत किया गया तथा कॉपोरेटिव टैक्स की सीमा बढ़ाकर 10 करोड़ रुपए हुई, जो कॉपरेटिव घरानों को फायदा पहुंचाने का प्रयास है।