logo

बेहतर कल की नींव बन गई 'भारत जोड़ो यात्रा', रांची में बोले कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय

a41.jpeg

रांची: 

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की पहली वर्षगांठ पर देशव्यापी पदयात्रा कार्यक्रम के तहत आज झारखंड में भी राज्य के सभी जिलों में पदयात्रा निकाली गई और सार्वजनिक सभा का आयोजन किया गया। राजधानी रांची में शहीद स्थल से शाम 5 बजे भारत जोड़ो पदयात्रा का शुभारंभ किया गया, जो अलबर्ट एक्का चौक, प्लाजा चौक, लालपुर चौक, होते हुए बिरसा समाधि स्थल, कोकर तक पहुंची। भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। 

बेहतर कल की नींव है भारत जोड़ो यात्रा
झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा देश के बेहतर कल की नींव बन गई है। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा को जनांदोलन बताते हुए इसे ऐतिहासिक करार दिया। अविनाश पांडेय ने कहा कि राहुल गांधी की यह यात्रा देश में आर्थिक असमानता, महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ लड़ाई और सामाजिक न्याय, संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए थी। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से बीजेपी शासन की उलटी गिनती शुरू हो गई थी। उन्होंने कहा कि हमें अपने बलिदानों और देश के प्रति प्रतिबद्धता पर गर्व है।

 मोहब्बत से करेंगे बीजेपी की नफरत का सामना
झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि जिस उद्देश्य के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली गई थी उस पर निरंतर काम जारी है। उन्होंने कहा कि हम बीजेपी के नफरत का मोहब्बत से सामना करेंगे। देश में विघटनकारी शक्तियों के सक्रिय होने की बात कहते हुए राजेश ठाकुर ने भारत जोड़ो यात्रा का इतिहास स्याही नहीं बल्कि पसीने से लिखा गया है। 

बीजेपी पर संविधान से छेड़छाड़ का लगाया आरोप
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहायक ने कहा कि केंद्र की मौजूदा मोदी सरकार के कार्यकाल में लोकतंत्र खतरे में है। संविधान को तोड़-मरोड़कर अपने हिसाब से इस्तेमाल का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने सभी कांग्रेसजनों से एक होने की अपील करते हुए जाति-धर्म आधारित राजनीति करने वाली सांप्रदायिक शक्तियों को उखाड़ फेंकने की बात कही। 

कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने दावा किया कि समाज के प्रत्येक वर्ग का रुझान कांग्रेस पार्टी की ओर बढ़ा है। उन्होंने इसका श्रेय भारत जोड़ो यात्रा को दिया। उन्होंने कहा कि जनता भी अब जानती है कि कांग्रेस के नेतृत्व से ही दश में संविधान और लोकतंत्र की रक्षा संभव है।