रांची:
बुधवार (24 अगस्त) को आंगनवाड़ी सेविका व सहायिका का मानदेय बढ़ाने और नियम में सुधार हेतु प्रोजेक्ट भवन में महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा मंत्री जोबा माझी की अध्यक्षता में आंगनवाड़ी से संबंधित सभी यूनियनों के प्रतिनिधि , सिल्ली विधायक सुदेश महतो व सरकार के नुमाइंदे (विभाग के सचिव व अन्य) सभी के साथ बैठक हुई। बैठक में विभाग की तरफ से एक प्रारूप रखा। उस प्रारूप पर बैठक में चर्चा हुई जिसमें निम्नलिखित सुधार हेतु मंत्रिमंडल में पास होने के लिए प्रमुख विषय तय किये गए।
बैठक में इन फैसलों पर लगी मुहर
- सेविका की नियुक्ति हेतु 12वीं पास होना चाहिए। उसमें भी मार्क बेसेस पर (योग्यता के आधार पर)। जिसमें पंचायत/वार्ड
- स्तरीय समिति द्वारा चयनित व जिला स्तरीय समिति द्वारा अनुमोदित।
- सेविका का मानधन 9500/- व सहायिका का 4750/- तय किया गया।
- लघु आंगनवाड़ी सेविका का दर्जा समाप्त कर सभी को सेविका का दर्जा रहेगा।
- Date of notification से ही बढ़ा हुआ मानदेय लागू हो जाएगा।
- सेविका का प्रतिवर्ष 500 रु प्रतिमाह मानदेय में वृध्दि होगी और सहायिका का प्रतिवर्ष 250 रु प्रतिमाह मानदेय में वृध्दि होगी।
- EPF में 6% राज्य सरकार व 6% सेविका के मानदेय से अंशदान देने का प्रावधान किया गया ताकि सेवानिवृति पर पेंशन दी जा सके।
- शैक्षिणिक योग्यता के आधार पर 50% प्रमोशन।
- आंगनवाड़ी सेविका/ सहायिका के कार्य अवधि में मृत्यु होने की स्थिति में आंगनवाड़ी सेविका/ सहायिका की अहर्ता पूर्ण करने पर मृतक के एक आश्रित को अनुकंपा का लाभ दिया जाएगा। पुत्रवधु को।
बैठक में शामिल हुए ये अधिकारी
इस बैठक में भारतीय मजदूर संघ झारखंड प्रदेश की ओर से प्रदेश अध्यक्ष एस. एन. सिंह, उपाध्यक्ष व आंगनवाड़ी के संगठन मंत्री रामचन्द्र गोप व प्रदेश संगठन मंत्री ब्रजेश कुमार उपस्थित रहे।