द फॉलोअप डेस्क
JLKM की खतियानी पदयात्रा आज अपने अंतिम पड़ाव पर रांची पहुंची। पदयात्रा का नेतृत्व JLKM केंद्रीय उपाध्यक्ष देवेन्द्र नाथ महतो ने किया। राजधानी में प्रवेश के बाद यह यात्रा बूटी मोड़ से प्रारंभ होकर राजभवन तक पहुंची, जहां प्रदर्शन के पश्चात राजभवन के समीप महाधरना का आयोजन किया गया।
इस पदयात्रा की शुरुआत 15 मई को संथाल परगना के दुमका से हुई थी। यह पदयात्रा 570 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए आज रांची में अपनी अंतिम मंजिल तक पहुंची।
इस पदयात्रा के माध्यम से JLKM ने कई महत्वपूर्ण मांगें उठाई हैं, जिनमें खतियान आधारित स्थानीय नीति, नियोजन नीति, रोजगार नीति, उद्योग नीति, विस्थापन नीति, पुनर्वास नीति, जातीय जनगणना, सरना धर्म कोड, पेसा कानून का पूर्ण क्रियान्वयन शामिल है। कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे और उन्होंने मांगों के समर्थन में एकजुटता दिखाई। JLKM ने स्पष्ट किया कि जब तक झारखंडियों के अधिकार और पहचान सुनिश्चित नहीं किए जाते, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।