रांची
जेएमएम का झारखंडी अधिकार मार्च शुक्रवार को निकाला जायेगा। इसके जरिये पार्टी झारखंडियों को उनका हक और अधिकार देने की केंद्र से मांग करेगी। गुरुवार को ये बातें जेएमएम महासचिव विनोद पांडेय ने कहीं। उन्होंने कहा कि झारखंडी अधिकार मार्च के जरिये राज्य की जनता अपने-अपने जिला मुख्यालयों में एकजुट होगी जिससे बेजेपी के झारखंडियों के प्रति षडयंत्र को जन-जन तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि आज हर झारखंडी जाग चुका है और झारखंडी अधिकार मार्च उसका परिणाम है।
राज्य गठन के 20 साल तक केंद्र शासित बेजेपी की सरकार राज्य में सत्ता का भोग करती रही। जब वर्ष 2019 में झारखंडी जनता ने बेजेपी से सत्ता छीनकर आदिवासी युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दी तो बेजेपी बौखला उठी। यहीं, से बेजेपी ने द्वेष की राजनीति शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि बेजेपी तोड़ने का काम करती है और जेएमएम जोड़ने का। राज्य की जनता को उसका हक दिलाने के लिए जेएमएम लड़ता रहेगा।