रांची
JMM घुसपैठियों अगर घुसपैठियों के खिलाफ खड़ा होता है तो हम झारखंड में मिलकर काम कर सकते हैं। चंपाई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के बाद हिमंता ने मीडिया से बात करते हुए कहा, राज्य में घुसपैठ बड़ा मुद्दा है, इसे दरकिनार नहीं किया जा सकता है। असम के सीएम और झारखंड चुनाव के लिए बीजेपी के सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, " मैंने कहा कि अगर JMM घुसपैठियों के खिलाफ खड़ा होगा तो हमें साथ मिलकर काम करने में कोई दिक्कत नहीं होगी।''
बता दें कि बीजेपी ज्वॉइन करने के बाद चंपाई सोरेन ने भी कहा है कि राज्य में घुसपैठ गंभीर मुद्दा है। हालांकि जेएमएम में रहते हुए कथित घुसपैठ को लेकर चंपाई सोरेन ने शायद घुसपैठ को लेकर कोई बयान दिया हो। इधर, झारखंड हाईकोर्ट ने शुक्रवार को केंद्र और राज्य सरकार को निर्देश देते हुए राज्य में आदिवासियों के धर्म परिवर्तन पर तत्काल जवाब दाखिल करने को कहा है। अदालत ने कहा कि राज्य के आदिवासियों में दूसरे धर्म को अपनाने की प्रवृत्ति देखी गई है, जिससे उनकी संख्या में कमी आई है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद और जस्टिस अरुण कुमार राय की खंडपीठ इस मुद्दे पर सोमा ओरांव नाम के शख्स द्वारा दायर जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी।
सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट को बताया गया कि राज्य के अंदरूनी इलाकों में आदिवासियों को गुमराह किया जा रहा है और अन्य धर्मों का पालन करने के लिए कई बार उन्हें लालच भी दिया जा रहा है। अदालत को बताया गया कि झारखंड में आस्था से उपचार के नाम पर कई कार्यक्रम ('चंगाई सभा') आयोजित किए जा रहे हैं, और ऐसे आयोजनों से भोलेभाले व मासूम आदिवासियों को गुमराह किया जाता है, जो बाद में एक अलग धर्म अपनाने के लिए प्रेरित होते हैं। झारखंड सरकार और केंद्र इस मामले में अपना जवाब दाखिल करने में विफल रहे हैं।