द फॉलोअप डेस्कः
जेएसएससी CGL पेपर लीक मामले में गिरफ्तार विधानसभा के अवर सचिव मो. शमीम और उनके दोनों बेटों शहजादा इमाम और शाहनवाज इमाम को सोमवार देर रात जेल भेज दिया गया। जेल जाने से पहले मो. शमीम ने पुलिस के सामने कई अहम खुलासे किए। मो. शमीम ने बताया कि छह अभ्यर्थियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था, जिनसे नौकरी के लिए डील हुई थी।
खूंटी की एक महिला अभ्यर्थी नेहा कुमारी के पति प्रमोद कुमार अपनी पत्नी के लिए अनुबंध पर नौकरी मांगने झारखंड विधानसभा पहुंचा था। वहां प्रमोद की मुलाकात मो. शमीम से हुई। उसने अनुबंध की बजाय सरकारी नौकरी दिलाने का ऑफर दिया। इसकी एवज में 27 लाख रुपए की मांग की। 20 लाख रुपए में सौदा हुआ।
नौकरी के बाद पैसे देने की बात हुई थी। शहजादा इमाम ने ही नेहा का फॉर्म भरा था। परीक्षा से पहले पटना ले जाकर प्रश्न और उत्तर रटवाने का जिम्मा भी उसी का था। नेहा की परीक्षा चार फरवरी को होनी थी। परीक्षा केंद्र रांची में था। लेकिन 28 जनवरी को प्रश्न पत्र लीक होने के बाद यह परीक्षा रद्द कर दी गई।