द फॉलोअप डेस्क
कल्पना सोरेन ने आज पाकुड़ और डुमरी में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान कल्पना सोरेन ने कहा- डबल इंजन की सरकार ने दोगुनी ताकत से झारखंड को पीछे लाने का कार्य किया। प्रदेश में भाजपा के बड़े-बड़े नेता मंडरा रहे हैं और ये उनकी सत्ता से दूर रहने की बेचैनी का प्रतीक है। शायद ही कोई बड़ा नेता बचा हो, जो झारखंड नहीं आए हैं। कुछ तो यहीं कैंप कर रहें हैं। भाजपा के लोग झारखंड में मंडरा रहें हैं, लेकिन मणिपुर में आदिवासी महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को देखने नहीं गए। कल्पना ने कहा भाजपा जब सत्ता में रही, तो हजारों स्कूल बंद कर बच्चों को शिक्षा से वंचित कर दिया। इन्होंने करीब 11 लाख राशन कार्ड रद्द कर लोगों को अन्न के अधिकार से वंचित कर दिया। यहां के विकास का पैसा केंद्र सरकार द्वारा भाजपा शासित राज्यों को भेजकर झारखंड के लोगों के साथ अन्याय किया। लेकिन महागठबंधन की सरकार ने लोगों को उनका अधिकार दिया, उत्कृष्ट विद्यालय शुरू कर बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। हम आधी आबादी को मजबूत करने के लिए आर्थिक सहयोग प्रदान कर रहें हैं। यह राशि अब एक हजार से 2500 होने वाली है। कल्पना सोरेन ने कहा पहले चरण के मतदान में महिलाओं ने खुलकर भागीदारी निभाई है। इससे यह साफ साबित होता है कि महागठबंधन सरकार की मंईयां सम्मान योजना और महिलाओं के लिए शुरू की गई योजनाओं के प्रति उनका विश्वास गहराया है। कल्पना सोरेन ने कहा माता-बहनों को जो हम सम्मान दे रहे हैं, उसको लेकर भाजपा के लोगों ने माननीय न्यायालय में पीआईएल दर्ज किया था। जिसे कोर्ट द्वारा खारिज कर दिया गया। इससे उनके मुंह में जोरदार तमाचा लगा है। हम पिछड़ों को आरक्षण देना, 1932 आधारित स्थानीय नीति और आदिवासी सरना धर्म कोड को लागू करना चाहते हैं। हमने उसे पारित कर केंद्र सरकार को भेजा, लेकिन केंद्र सरकार ने उसे दबा दिया।