द फॉलोअप डेस्कः
आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन चंदनक्यारी में जेएमएम प्रत्याशी उमाशंकर रजक के पक्ष में वोट अपील करने पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने हमारे इस झारखंड को बनाने में अपना पूरा जीवन व्यतित कर दिया। हम झारखंडी अपने आपको कहते हैं। उस वक्त दादा भी (उमाकांत रजक) जेल में गये थे ये आपको भी पता होगा। हमारी महागठबंधन की सरकार अपने गरीबों का, गुरबा का, आदिवासी, दलित, पिछड़ा, मजदूर की सरकार है। कोविड के समय हेमंत सोरेन ने अपने जान की परवाह नहीं की थी। उस मुश्किल दौर में हमारे मजदूर भाईयों की को दूसरे शहरों से हेमंत सोरेन जी ही लाए थे। जो पहली ट्रेन और बस चली थी वह हमारे झारखंड वासियों के लिए चली थी। डबल इंजन की सरकार में जनता की भूख से मौत होती थी लेकिन कोरोना के समय आपके दादा ने किसी को भूख से मरने नहीं दिया था।
हेमंत सोरेन जी आपके लिए केंद्र सरकार से 1 लाख 36 हजार करोड़ मांग रहे हैं। वो पैसा आपका है। 18 से 20 वर्ष बीजेपी सत्ता में रही उस वक्त इनका कोई नेता नहीं था जो ये पैसा केंद्र से मांग सके। लेकिन ये आपका हक हेमंत सोरेन जी लेकर आएंगे और झारखंड को अव्वल बनाने का काम करेंगे। 5 साल में 2 साल कोविड में गया। 3 साल में 5 महीना जेल में हेमंत सोरेन जी को भेजा गया बिना किसी गलती का। 2 साल में हमने इतनी योजनाओं को चलाया जो अभी चल रहा है। आज चंदनक्यारी में बताईए कितनों का बिजली बिल माफ हुआ है। आज इस महंगाई के जमाने के जमाने में भी आपका बिजली बिल माफ हुआ है तो वो हेमंत सोरेन ने कराया है।
महागठबंधन की सरकार निडर होकर आपके साथ खड़े हैं। लेकिन ये जो बीजेपी के लोग हैं उनके साथ में कौन हैं। उनके साथ में बडे़ बड़े व्यापारी खड़े हैं। बड़े बड़े धनकुबरे हैं। ये धनकुबेरों को बीजेपी हजारों करोड़ माफ करती है लेकिन किसानों का लोन माफ नहीं करती है। हेमंत सोरेन ने झारखंड में 2-2 लाख किसानों का माफ किया है। इससे पहले कोई मंईयां सम्मान जैसी योजना आई है। पिछली बार पांच साल इनकी सरकार रही लेकिन महिलाओं के लिए कोई योजना लेकर नहीं आए। हेमंत सोरेन यह क्रांतिकारी योजना लेकर आए। चार किस्त महिलाओं के खातों में जा चुका है। दिसंबर से आपके खाते में 2500 जाएगा। ये लोग आदिवासियों के हितैषी बने हैं। जबकि मणिपुर में आदिवासियों को निर्वस्त्र करके घुमाया जा रहा था। वहां बीजेपी की ही सरकार है। मणिपुर जल रहा था। उस वक्त उन्होंने एक भी शब्द नहीं बोला। छत्तीग़ढ़ में हसदेव जंगल को काटकर रख दिया है। वहां हमारे आदिवासी भाईयों को धक्का मारकर निकाला जा रहा है।