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झारखंड में क्यों महसूस नहीं हो रही कनकनी, न्यूनतम तापमान में 5 डिग्री का इजाफा; वजह ये तो नहीं

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द फॉलोअप डेस्कः 
झारखंड में मौसम इनदिनों स्थिर नहीं है। कभी बहुत ठंड तो कभी दिन भी निकली धूप से गर्मी का अहसास हो रहा है। पहले जनवरी माह में कनकनी हुआ करती थी लेकिन अब पहले के मुकाबले ठंड कम पड़ रही है। इस माह तो कनकनी जैसे गायब ही है। तापमान भी पहले की तुलना में बढ़ा हुआ है।  पिछले कई सालों की तुलना में इस साल जनवरी में न्यूनतम तापमान बढ़ा हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में वनों की कटाई, रांची का शहरीकरण, खनिज संसाधनों का दोहन, वाहन और प्रदूषण आदि के कारण मौसम बदल रहा है। रांची सहित झारखंड के अन्य शहरों में भी यह बढ़ रहा है। यह बदलाव मानसून से लेकर सर्द मौसम तक है। वैश्विक स्तर पर इसका प्रभाव है। इससे झारखंड अछूता नहीं है।


पिछले कुछ सालों में बढ़ा है न्यूनतम तापमान 
रांची, जमशेदपुर और मेदिनीनगर का सात सालों में औसत न्यूनतम तापमान 4 से 5 डिग्री बढ़ गया है। रांची, जमशेदपुर व मेदिनीनगर का 2018 के जनवरी में न्यूनतम तापमान क्रमश 7.9, 8.4 और 6.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। वहीं, 2024 के जनवरी में क्रमश 11.9, 13.3 और 11.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं, अन्य शहरों का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री के करीब है। जबकि, पूर्व के वर्षों में यह तापमान इस वर्ष की तुलना में काफी कम रहा है। जनवरी में शहरों का औसत तापमान बढ़ा इस वर्ष राजधानी का औसत तापमान पिछले छह वर्षों की तुलना में तीन डिग्री बढ़ा है। वर्ष 2019 के जनवरी माह में न्यूनतम तापमान का औसत 8.9 डिग्री रहा, वहीं वर्ष 2023 में यह पहुंचकर 11.4 डिग्री सेल्सियस रहा। 


क्या कहते हैं जानकार 
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद का कहना है कि सभी सीजन में मौसम का बदलाव हो रहा है। वनों की कटाई और अंधाधुंध शहरीकरण के कारण झारखंड के शहरों पर भी इसका प्रभाव है। इससे मानसून से लेकर ठंड के सीजन में परिवर्तन हो रहा है। जलवायु परिवर्तन के कारण जनवरी के मौसम में भी बदलाव आया है। रांची समेत विभिन्न शहरों के औसत तापमान में वृद्धि हुई है।