logo

पलामू : महापौर अरुणा शंकर ने पुरनचंद की प्रतिमा का किया अनावरण, कहा- 5 बार MLA रहे लेकिन नहीं बना सके घर  

ARUNA.jpg

डाल्टनगंज

एकीकृत बिहार के गांधी कहे जाने वाले पिछड़ों के मसीहा पुरनचंद की पुण्यतिथि पर महापौर अरुणा शंकर ने मुख्य बाजार एवं चैनपुर में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया। मौके पर महापौर ने कहा कि उन्होंने 5 बार डाल्टनगंज भंडारिया विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया। बिहार में कैबिनेट मंत्री भी रहने का अवसर मिला। लेकिन अंतिम समय तक ना वो अपने लिए एक वाहन खरीद सके ना ही एक मकान बना सके। कहा कि जनता की सेवा करने वाले ऐसे ईमानदार और समर्पित नेता कम ही मिलते हैं। 


महापौर ने कहा, उनकी पहचान बन गई थी "घसीटा साव का कोठा, धर्मशाला का लोटा और पिंटू होटल का ओटा" शंकर ने कहा कि वह इतने लोकप्रिय थे कि उनका चुनावी गाना "बरगद का प्रचार रस्ते रस्ते, पूरण जी का प्यार रस्ते रस्ते " काफी लोकप्रिय रहा था। प्रचार के क्रम वह एक वोट एक नोट मांगा करते थे। शंकर ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि कोयल पुल था।  जिसका नामकरण महापौर के प्रयास से पुरनचंद सेतु किया गया।

उन्होंने कहा कि शहर का मुख्य ओवरब्रिज, पलामू एक्सप्रेस, सोकरा माइंस खुलवाने का भी श्रेय उन्हीं को जाता है। उन्होंने उस वक्त  भंडारिया जैसे सुदूर  गांव में पलामू का पहला रेफरल अस्पताल खुलवाया। इस अवसर पर माल्यार्पण करने पूर्व कैबिनेट मंत्री रामचंद्र केसरी, स्वर्गीय पुरणचंद के पोते अभिजीत कुमार, पुरनचंद ट्रस्ट के अध्यक्ष महेश प्रसाद, प्रोफेसर युगल किशोर प्रसाद एवं काफी संख्या में लोग उपस्थित थेl


 

Tags - Aruna ShankarPuranchandJharkhand News