द फॉलोअप डेस्क
झारखंड कांग्रेस का जिला स्तर पर संविधान बचाओ रैली का दौर जारी है। इसी कड़ी में खूंटी जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा डाक बंगला परिसर में संविधान बचाओ सभा और उसके बाद शहर में रैली निकाली गई। संविधान बचाओ रैली को संबोधित करते हुए राज्य की कृषि मंत्री सह दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की प्रभारी मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा, "विश्व भर में जिस देश के लोकतंत्र की दुहाई दी जाती थी, आज उस देश का संविधान खतरे में है. केंद्र में बैठी मोदी सरकार संविधान को मजबूती प्रदान करने के बजाय देश की जनता को धर्म के जाल में उलझाना चाहती है. केंद्र सरकार ईसाई, मुसलमान, हिन्दू के बीच विभाजन कर एक दूसरे से खतरा होने की राजनीति कर रही है।"
उन्होंने आगे कहा, "खुद को हिंदू समाज का ठेकेदार बताने वालों को बताना चाहिए की पहलगाम में धर्म पूछ कर निर्दोषों को जब मारा गया, तब हाफ पैंट और टोपी वाले कहां थे। भारतीय सेना के जवानों का पराक्रम और शौर्य को भूल कर बीजेपी के लोग ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर आज राजनीति करने में जुट गए है। देश को सबसे बड़ा खतरा RSS की विचारधारा और बीजेपी से है। आदिवासी, दलित, पिछड़ा, किसान की रक्षा सिर्फ संविधान ही कर सकता है। देश के आदिवासी के अस्तित्व को मिटाने के लिए डीलिस्टिंग से लेकर सरना सनातन तक का षडयंत्र रचा जा रहा है। लेकिन ये कभी सफल नहीं होगा।राहुल गांधी बिना डरे देश की जनता के हक-अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे है। हम सभी को इस लड़ाई में कदम से कदम मिलाकर उनका साथ देना होगा। हर हाल में लोकतंत्र को बचाने के लिए संविधान को बचाना होगा।"
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा, "जातिगत जनगणना के लिए संघर्ष का परिणाम है कि केंद्र सरकार को घुटना टेकना पड़ा। अब बारी सरना धर्म कोड की लड़ाई लड़ने की है। सदन से इस प्रस्ताव को गठबंधन वाली सरकार ने बहुत पहले पास कर दिया है। जब जातिगत जनगणन में दूसरे धर्म के लिए कॉलम का प्रावधान है तो सरना धर्म के लिए अलग कॉलम क्यूं नहीं मिलेगा। कांग्रेस सरना धर्म कोड की लड़ाई को दिल्ली तक ले जाने का काम करेगी। बीजेपी के लोग समाज में मनुस्मृति लाना चाहते है. उन्हें संविधान पर भरोसा नहीं है."
संविधान बचाओ रैली को संबोधित करते हुए कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा, "6 मई से रांची में संविधान बचाओ रैली से कार्यक्रम की शुरुआत हुई है। अब तक राज्य के कई जिलों में संविधान बचाओ रैली हो चुकी है। संविधान बचाना क्यों जरूरी है इसे समझना होगा। देश संविधान से चलता है। संविधान के तहत ही हमें भाषा का अधिकार मिलता है। संविधान के तहत परम्परा , संस्कृति , रीति रिवाज , पड़हा , ग्राम सभा को बचाया जा सकता है। पेसा के तहत जो नियमावली लागू होगी, वो भी संविधान के तहत ही है। बीजेपी संविधान को कमजोर कर समाज को कमजोर करने और पूंजीपतियों का राज स्थापित करने का षडयंत्र रच रही है।" खूंटी में संविधान बचाओ रैली को सांसद कालीचरण मुंडा , विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी , पूर्व अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू , पूर्व मंत्री योगेंद्र साव , गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन , कांग्रेस नेत्री दयामनी बारला सहित कांग्रेस नेताओं ने संबोधित किया।