द फॉलोअप डेस्कः
आज पलामू में राजद की प्रत्याशी ममता भुइयां ने नामांकन दाखिल कर लिया है। इस दौरान उनके साथ राज्य के मंत्री सत्यानंद भोक्ता, प्रदेश अध्यक्ष संजय यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता यादव, जिला अध्यक्ष मोहन विश्वकर्मा सहित अन्य लोग हुए शामिल। लेकिन एक शख्स जिसको हर नजर ढूंढ रही थी वह वहां नहीं थे। वो हैं मंत्री मिथिलेश ठाकुर। मंत्री मिथिेश ठाकुर पलामू प्रमंडल से ही जीतकर आते हैं। इस वजह से सबको उम्मीद थी कि वह ममता भुइयां के नामांकन में मिथिलेश ठाकुर भी शामिल होंगे लेकिन वह नहीं दिखे तो कहीं ना कहीं लोगों के मन में एक कसक सी रह गई। हालांकि वह शामिल क्यों नहीं हुए है इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी निकलकर सामने नहीं आई है। मिथिलेश ठाकुर के ममता भुइयां के नामांकन में नहीं पहुंचने की चर्चा हो रही है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि कहीं वह इस बात से नाराज तो नहीं है कि प्रत्याशी राजद का है। या कहीं वह कैंडिडेट के नाम पर नाराज तो नहीं ?
पलामू में राजद के मजबूती का दावा
पलामू संसदीय सीट के इतिहास की बात करें तो 2004 से लेकर 2008 तक इस क्षेत्र में राजद के दबदबा रहा था। वहीं 2009 में जहां झारखंड मुक्ति मोर्चा के खाते में ये सीट गई थी। वहीं, 2014 से लगातार बीडी राम चुनाव जीतते आ रहे हैं। राजद लगातार पलामू सीट पर राजद की मजबूती का दावा करता आया। राजद का कहना है कि पलामू के कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिनपर बीडी राम खरे नहीं उतरे हैं। लोगों में निराशा है और इस वजह से इस बार लोगों ने मन बना लिया है कि लोकसभा चुनाव में राजद की उम्मीदवार ममता भुइंया की जीत दिलाएगी।
ममता भुइयां ने किया नामांकन
बता दें कि पलामू संसदीय सीट से इंडिया महागठबंधन से राजद प्रत्याशी ममता भुइंया ने नामांकन कर लिया। इंडिया गठबंधन से पलामू लोकसभा सीट आरजेडी के कोटे में गई है। आपको बता दें कि आरजेडी ने इस सीट से ममता भुइयां को चुनावी मैदान में उतारा है। ममता भुइयां हाल ही में आरजेडी में शामिल हुई है। बता दें कि पलामू लोकसभा सीट पर चौथे चरण में चुनाव है। पलामू सहित लोहरदगा, सिंहभूम, खूंटी में भी 13 मई को मतदान होने वाले हैं। ममता भुईंया के सामने दो बार सासंद रहे बीडी राम होंगे। पलामू सीट का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है।