द फॉलोअप डेस्कः
पीएम मोदी ने आज पलामू में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पहले झारखंड में,बिहार में, छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद आतंकवाद फैलाकर के यहां की धरती को लहूलूहान कर देते थे। कितनी माताएं अपना बेटा खो देती थी। गलत संगत में बेटा आकर जंगलों में भाग जाता था। आपके एक वोट ने कितनी ही मां के बच्चों को बचा लिया। इस धरती को आपके एक वोट ने नक्सलवाद से बचाया। साथियों, याद करिए कांग्रेस के समय क्या हाल था। यहां बम फूटते थे। आतंकवादी गोलियां चलाते थे। और दिल्ली की सरकार पाकिस्तान को लव लेटर भेजती थी। अमन की आस लगाती थी। बम गोले लेकर आतंकावादी खून की होली खेलते थे। आपके एक वोट ने मुझमें इतना ताकत भर दिया कि मैंने कह दिया इनफ इज इनफ। निर्दोषों को नहीं मारने दूंगा।
घर में घुसकर मारता है
ये नया भारत है घर में घुसकर मारता है। सर्जिकल स्ट्राइक एयर स्ट्राइक ने पाकिस्तान को हिलाकर रख दिया। पहले हर महीने ऐसा होता था जब झारखंड के नौजवान शहीद हो जाते थे। तिरंगे में लिपटकर आते थे। अब यह बंद हो गया है। कांग्रेस की डरपोक सरकार दुनिया में जाकर रोती थी। अब वो वक्त चला गया जब हम जाकर रोते थे। आज स्थिति ये हैं कि पाकिस्तान रो रहा है। बचाव बचाव चिल्ला रहा है। मजबूत भारत तो अब मजबूत सरकार ही चाहता है। ये दृश्य दिखाता है कि पूरा हिंदुस्तान कहता है कि मजबूत भारत के लिए मजबूत सरकार। मजबूत सरकार के लिए मोदी सरकार।
25 साल में एक भी घोटाले का आरोप नहीं
मुझे सीएम और पीएम के रूप में सेवा करते हुए अब 25 साल हो जाएंगे। लेकिन आज तक किसी तरह के घोटाले का आरोप नहीं लगा। मेरे लिए तो मेरी ये मां बहने बैठी हैं। उनकी दुआ और आशीर्वाद काफी है। मैं आज भी पद, प्रतिष्ठा, समृद्धी इन सबसे दूर हूं। मोदी मौज नहीं मिशन के लिए पैदा हुआ है। जेएमएम कांग्रेस के नेताओं ने भ्रष्टाचार से अपार धन संपत्ती खड़ी की और मेरे पास अपनी साइकिल तक नहीं है। सबकुछ ये अपने बच्चों के लिए अर्जित कर रहे हैं। ये अपने बच्चों के लिए काली कमाई छोड़कर जाएंगे। लेकिन मोदी किसके लिए छोड़कर जाएगा। आपके बच्चे मेरे वारिश हैं। मेरी इच्छा है कि मैं विरासत में आपको, आपके बच्चों को विकसित भारत देकर जाऊं। ताकि आपको कभी मुसीबत वाली जिंदगी नहीं जीनी पड़ी। आपको वो कभी ना देखना पड़े जो मैंने और मेंरे परिवार ने देखा है।
मैंने गरीबी को जिया है
मेरे जीवन से आप भली भांति जानते हैं। मैंने गरीबी को जिया है। गरीबी की जिंदगी कितनी तकलीफ वाली होती है ना इसे मैं जानता हूं। गरीब की हर योजना की प्रेरणा मैंने अपने जीवन के अनुभव से लिया है। जब मैं लाभार्थी से मिलता हूं तो मेरे आंखों से आंसू निकल जाता है। ये आंसू वही समझ सकता है जिसने कष्टमय जीवन जीया है। जिसने मां को धुएं में खांसते देखा नहीं वो ये आंसू नहीं समझ सकता। जिसने अपनी मां को पेट बांधकर सोते नहीं देखा वो ये आंसू नहीं समझ सकता। जिसने अपनी मां को बीमारी छिपाते नहीं देखा। वो मोदी के इन आंसूओं को मर्म नहीं समझेंगे। मोदी के आंसूओ में ये अपनी खुशी ढूंढ रहे हैं। कहते हैं मोदी के आंसू अच्छे लगते हैं। अब ये इतने कुंठित हो गये हैं। जाके पाव ना फटे बिवाय सो का जाने पीर पराय। वो गर्व से कहते हैं कि उनके घर में कितने पीएम थे। वो चांदी के चम्मच से खाते रहे। दलित गरीब की झोपड़ी में फोटो खिंचाते रहे। मेरे 10 साल की सेवा में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। मेरे गरीब भाई बहनों का आर्शीवाद मेरी पूंजी है।