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खूंटी : माहिल बगीचा के सरहुल महोत्सव में शामिल हुए नीलकंठ सिंह मुंडा, ऐसे हुआ स्वागत

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खूंटी: 

खूंटी विधानसभा स्तरीय सरहुल मिलन समारोह आयोजन समिति के तत्वावधान में मुरहू के माहिल बागीचा में सामूहिक सरहुल महोत्सव का आयोजन किया गया। जहां समिति के अध्यक्ष सहदेव मुंडा ने खूंटी विधानसभा क्षेत्र में इस वर्ष सरहुल पर्व के समापन की घोषणा की। इस महोत्सव में 10 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए। विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुये। 

पारंपरिक तौर तरीकों से किया गया स्वागत
सरहुल महोत्सव में शामिल होने पहुंचे विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा का पारंपरिक तौर-तरीकों से स्वागत किया गया। उपस्थित जनसमूह ने पारंपरिक वाद्ययंत्र बजाकर नीलकंठ सिंह मुंडा का जोरदार स्वागत किया। आदिवासी महिलाएं पूरे रीति-रिवाज के साथ नीलकंठ सिंह मुंडा का स्वागत करते हुए उन्हें मंच तक ले गईं। इस दौरान वहां काफी गहमा-गहमी रही। 

माहिल बगीचा में मनाई गई सरहुल की खुशियां
सुबह से ही माहिल बागीचा और स्कूल परिसर में कर्रा, मुरहू और खूंटी के आदिवासी और मुलवासी सरहुल की खुशियां मनाने पहुंचने लगे थे।  150 से ज्यादा गांवों की टोलियां ढ़ोल, नगाड़ा, मांदर, झांझ समेत अन्य आदिवासी वाद्य यंत्रों की धुन पर सरहुल के गीत गाते हुए नाच रहे थे। बड़ी संख्या में एक साथ नाचने गाने की वजह से हर तरफ धुल उड़ रहे थे। लेकिन सारी चीजों से बेपरवाह लोग सरहुल की खुशियों में गोता लगा रहे थे। 

समिति के लोगों ने पांव-पखार कर किया स्वागत
महोत्सव के मुख्य अतिथि विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा थे। समिति के लोगों ने नाच-गा कर, पांव पखार कर विधायक का स्वागत किया और मंच तक लाया। सर्वप्रथम विधायक ने बागीचा के बीच में सरहुल डाली और फुल के आगे नतमस्तक होकर सिंङबोंगा की पूजा की। पाहन ने उपस्थित सारे लोगों को टीका लगाया। समारोह को संबोधित करते नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि बिरसा की धरती पर सरहुल की खुशियां दोगुनी हो जाती है। चैत में पूरे माह अलग-अलग दिन गांवों के लोग सरहुल मनाते हैं।


लगभग सभी गांवों में सरहुल मनाने के बाद समाज के बुद्धिजीवियों ने विचार-विमर्श के बाद समिति बनाकर सरहुल महोत्सव मनाने का निर्णय लिया। 

लोगों को आपस में जोड़े रखता है सरहुल पर्व
विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि यह एक ऐसा त्योहार है, जो समाज के सभी लोगों को एक सूत्र में जोड़ने का काम करता है। उन्होंने कहा कि सरहुल एक अच्छा समाज बनाने का संदेश देता है। उन्होंने सरहुल के मौके पर बच्चों को स्कूल भेजने और गांवों में सौहार्दपुर्ण वातावरण का निर्माण करने का आह्वान किया। उन्होंने सरहुल के त्योहार को हर वर्ष धुमधाम से मनाते हुए परंपराओं को समृद्ध बनाने की अपील की। 

कार्यक्रम में कौन-कौन लोग हुए शामिल
इस मौके पर गांवों से आई टोलियों में बेहतर नृत्य का प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत भी किया गया। स्वागत भाषण तेम्बा उरांव से और संचालन बिनोद नाग ने किया। महोत्सव में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष काशीनाथ महतो,  जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर गुप्ता, नगर पंचायत अध्यक्ष अर्जुन मुंडा, विजय स्वांसी, बिरसा धान, संजय भगत छत्रपाल सिंह मुंडा, हरिनाथ मुंडा, गोमेश्वरी पाहन, संजय साहू, संजय भगत आदि मुख्य रूप से शामिल हुए।