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रांची : NIA ने 3 और उग्रवादियों को मोस्ट वांटेड में किया शामिल, गंभीर आरोप में फरार चल रहे तीनों 

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रांचीः 
NIA की वांटेड सूची में तीन और उग्रवादियों के नाम जुड़ गया हैं। इनमें रांची का गौरव मुंडा, चतरा का नागेश्वर गंझू व लातेहार का कजेश गंझू शामिल है। एनआइए ने कजेश पर दो लाख रुपये का इनाम रखा  है। कजेश गंझू पर झारखंड पुलिस ने भी दो लाख रुपये का इनाम रखा है। तीनों के नाम जुड़ने से अब मोस्ट वांटेड की संख्या 34 हो गई है। इससे पहले  एनआइए ने 31 उग्रवादियों को वांटेड घोषित कर रखा था। 34 में से 30 उग्रवादी इनामी हैं। कुल मिलाकर एनआइए ने 94.50 लाख का इनाम घोषित कर रखा है। जिसमें 50 हजार रुपये से लेकर दस लाख रुपये तक है । बता दें कि टेरर फंडिंग व नक्सली हमले से संबंधित मामलों की जांच एनआईए कर रही है।  


कौन किस मामले में वांटेड 
गौरतलब है कि गौरव मुंडा तमाड़ के विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में फरार है। वहीं नागेश्वर गंझू का मामला टीएसपीसी से जुड़ा है। नौ जुलाई 2018 को टीएसपीसी उग्रवादी श्या भोक्ता उर्फ डीसी पांच लाख रुपये व देसी पिस्टल के साथ गिरफ्तार हुआ था। एनआइए ने उस केस को टेकओवर करते हुए टेरर फंडिंग के तहत जांच शुरू की थी।  तीसरा उग्रवादी कजेश गंझू है, जिसे एनआइए ने नवंबर 2019 में भाकपा माओवादियों के हमले में चार पुलिसकर्मियों के शहीद होने के मामले में वांटेड घोषित किया है। 

 

कुकुरूहाट मामले में जांच तेज 
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सरायकेला के कुकुरूहाट हमले की जांच तेज कर दी है। बुधवार रात रांची और सरायकेला के साथ-साथ बिहार और पश्चिम बंगाल में भी छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान एनआईए की टीम को बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। इस छापेमारी में कई डिजिटल उपकरण में हाथ लगे हैं जिनकी जांच की जा रही है। जानकारी के अनुसार मामले की जांच को लेकर बिहार के मुंगेर बंगाल में भी छापेमारी की गई है। आपको मालूम हो कि भाकपा माओवादियों के जोनल कमांडर (महाराज प्रमाणिक जो सरेंडर कर चुका है) के दस्ते ने सरायकेला खरसावां के कुकुरहाट बाजार में 14 जून 2019 को पुलिस बल पर हमला किया था। पुलिस पार्टी पर किए गए हमले में 5 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।