logo

निशिकांत दुबे ने निर्वाचन आयोग को लिखी चिट्ठी, गांडेय सीट में उपचुनाव पर कही यह बात

a617.jpeg

द फॉलोअप डेस्क, रांची:

गांडेय विधानसभा सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद झारखंड में जारी सियासी सरगर्मी के बीच गोड्डा से बीजेपी के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने केंद्रीय निर्वाचन आयोग को चिट्ठी लिखी है। निशिकांत दुबे ने बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए यह दलील दी है कि गांडेय विधानसभा सीट पर उपचुनाव नहीं कराया जा सकता। उन्होंने कहा कि यह मनमाना, अनुचित और कानून के बुनियादी सिद्धातों का उल्लंघन होगा। निशिकांत दुबे का कहना है कि संवैधानिक प्रावधानों के मुताबिक जब किसी सदस्य का कार्यकाल 1 वर्ष से भी कम बचा हो तो उसके इस्तीफा देने पर वहां उपचुनाव नहीं कराया जा सकता। ऐसा करना नियमों के विरुद्ध होगा। 

निशिकांत दुबे ने बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले का हवाला दिया
केंद्रीय निर्वाचन आयोग को लिखी चिट्ठी में निशिकांत दुबे ने बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि काटोल सीट पर उपचुनाव कराने का फैसला मनमाना और भेदभावपूर्ण था। यह अनुचित और कानून के शासन के सिद्धांत का उल्लंघन होगा। निशिकांत दुबे ने लिखा कि उक्त फैसला जनप्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा 151A के आलोक में दिया गया था। यह धारा स्पष्ट रूप से कहती है कि यदि किसी सदस्य का कार्यकाल वहां 1 वर्ष से कम बचा हो तो इस्तीफा या किसी भी परिस्थिति में सीट रिक्त होने पर वहां उपचुनाव नहीं कराया जा सकता। गांडेय सीट के विधायक ने इस्तीफा देकर जो स्थितियां पैदा कर दी है, उससे सवाल पैदा होता है कि क्या विधानसभा के कार्यकाल में 1 वर्ष से कम समय बचा होने पर उपचुनाव कराया जा सकता। 

निशिकांत दुबे ने गांडेय में उपचुनाव नहीं कराने की मांग की
उन्होंने कहा कि गांडेय में उपचुनाव नहीं कराया जा सकता। जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 और बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा दिए गए फैसले के आलोक में निसंदेह यह कहा जा सकता है कि गांडेय में नया प्रतिनिधि तभी चुना जाएगा जबकि विधानसभा चुनाव हो। निशिकांत दुबे ने निर्वाचन आयोग से अपील की है कि कानून का शासन और राजनीतिक अस्थिरता बनाए रखने के लिए गांडेय विधानसभा सीट पर उपचुनाव पर रोक लगाई जाए। गौरतलब है कि सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद ट्वीट कर भी निशिकांत दुबे ने कहा था कि वहां उपचुनाव नहीं कराया जा सकता। 

गांडेय विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे से गरमाई सियासत
गौरतलब है कि गांडेय विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद यह कयास लगने लगे थे कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस्तीफा देकर अपने किसी करीबी को मुख्यमंत्री बना सकते हैं। अगले मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन की धर्मपत्नी कल्पना सोरेन का नाम सुर्खियों में रहा। हालांकि, बुधवार शाम को सत्ताधारी विधायकों की बैठक में हेमंत सोरेन ने स्पष्ट किया कि वह इस्तीफा नहीं दे रहे। कल्पना सोरेन को सीएम बनाने की बात कोरी कल्पना है। सरकार कार्यकाल पूरा करेगी।