logo

रांची : 1932 को लेकर शांति-भंग का प्रयास करने के आरोप में कैलाश यादव सहित 6 लोगों को नोटिस

a3116.jpg

रांची: 

झारखंड में इस समय चहुंओर 1932 के खतियान की चर्चा है। इस बीच सूचना मिल रही है कि 1932 के खतियान के खिलाफ बयान देने की वजह से धुर्वा के 6 लोगों को नोटिस जारी किया गया है। न्यायालय अनुमंडल दंडाधिकारी सदर (रांची) द्वारा शांति भंग के आरोप में इन 6 लोगों को नोटिस जारी किया है। इन सभी को सोमवार को सुबह साढ़े 10 बजे तक 50 हजार रुपये का बॉंड भरने का आदेश दिया गया है। 

इन छह लोगों के खिलाफ नोटिस जारी
न्यायाल अनुमंडल दंडाधिकारी, सदर (रांची) द्वारा जारी पत्र के मुताबिक प्रदीप तिवारी, कैलाश यादव, रंजन कुमार उर्फ छोटू, नवनीत कुमार, बिट्टू मिश्रा और राम कुमार यादव को नोटिस जारी किया गया है। लिखा है कि इनके खिलाफ शिकायत मिली थी कि उक्त लोग शांति भंग करेंगे या उनकी गतिविधि की वजह से शांति भंग हो सकती है। सबको बॉंड भरने का आदेश दिया गया है। 

1932 के खिलाफ उठे विरोध के स्वर
गौरतलब है कि बीते बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट की बैठक में 1932 के खतियान को झारखंड में स्थानीयता का आधार मानने और 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण लागू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। सरकार में शामिल सभी पार्टियों ने इसका स्वागत किया लेकिन कहीं दबी जबान से तो कहीं खुलेआम 1932 के विरोध में आवाज उठी।

कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह सहित कई लोगों ने इसका विरोध किया। ओबीसी आरक्षण मंच के कैलाश यादव और प्रदीप यादव नाम के शख्स ने भी इसका विरोध किया।