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लेबर रूम में प्रसव पीड़ा के दौरान नहीं थीं नर्स, बच्चे के जन्म के दौरान ज्यादा खून बहने से मां की हुई मौत, जांच की मांग

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द फॉलोअप डेस्क
सिमडेगा जिले के जलडेगा प्रखंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के दौरान लापरवाही बरतने का मामला सामने आया है। यहां प्रसव बाद भितबुना निवासी सावित्री देवी (पति कृष्णा मांझी) की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि इलाज में लापरवाही की मौत से मौत हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को गर्भवती महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जलडेगा में भर्ती किया गया था। रात लगभग 10 बजे महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। महिला के साथ में गए परिजनों ने बताया कि लेबर रूम में नर्सों ने सही से देखभाल नहीं की। बच्चा खुद से जन्म ले चुका था और नर्स बाद में आई। इसके कारण महिला के शरीर से काफी खून बह गया था। रात भर किसी तरह महिला ठीक रही लेकिन अगले दिन बुधवार को सुबह महिला की स्थिति खराब होने पर 108 एंबुलेंस के माध्यम से सिमडेगा रेफर कर दिया गया। मगर रास्ते में ही महिला की मौत हो गई।

पति नहीं कर सका पत्नी से मुलाकात
महिला का पति कृष्णा मांझी अपने दो अन्य बेटियों को उसकी मां के भरोसे छोड़कर बाहर काम करने गया था। घटना की जानकारी मिलने पर देर रात घर पहुंचा। ऐसे में अपनी पत्नी से अंतिम मुलाकात भी नहीं कर सका। पति के आंखों से आंसू थम नहीं रहे हैं। लोग उसे हिम्मत दे रहे हैं। जानकारी के अनुसार परिवार की स्थिति भी काफी खराब है। इसलिए दोनों बेटियां भी अभी तक पढ़ाई भी नहीं कर पा रही हैं। मां किसी तरह मजदूरी कर के बेटियों का भरण पोषण करती थी, लेकिन अब वो भी नही रही। इधर, नवजात शिशु को पालन पोषण और देखभाल के लिए बिरमित्रपुर के अपने किसी रिश्तेदार के यहां दे दिया गया है।

दोषियों पर कार्रवाई की मांग
महिला की मौत के बाद परिजनों ने स्थानीय सांसद प्रतिनिधि सुजान मुंडा से मुलाकात की। घटना की जानकारी दी। जिसके बाद सुजान मुंडा ने तुरंत अस्पताल जाकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अमित तिर्की से मामले की जानकारी ली और घटना की निंदा की। लापरवाही से नवजात शिशु को जन्म देने के बाद मां की मौत की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि मामले की जांच होनी चाहिए। दोषियों पर प्रशासन कार्रवाई करे।

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