logo

रांची : 1932 के खिलाफ होगा जनांदोलन, 18 सितंबर को धुर्वा में बनेगी रणनीति- कैलाश यादव

a2717.jpg

रांची: 

शुक्रवार को धुर्वा में अखिल भारतीय भोजपुरी मगही मैथिली अंगिका मंच की एक महत्वपूर्ण बैठक मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।  बैठक में निर्णय लिया गया कि 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति प्रस्ताव सरकार या न्यायालय द्वारा जब तक वापस नहीं होगा तब तक निरंतर पुरजोर विरोध किया जाएगा और राज्यस्तर पर व्यापक जनांदोलन किया जाएगा।

18 सितंबर को धुर्वा में बनेगी रणनीति
मंच अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा कि राज्य के कई जिलों से लोगों का लगातार टेलीफोन आ रहा है। निश्चित रूप से महागठबंधन सरकार द्वारा 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति प्रस्ताव जनहित एवं राज्यहित में नहीं है। इसलिए व्यापक जनांदोलन के लिए आगामी 18 सितंबर को को 11 बजे से धुर्वा सेक्टर-2 स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर प्रांगण में आयोजित बैठक में उपस्थित लोगों के बीच सर्वसम्मति से एक महामंच का एलान किया जाएगा। उसके बाद आगामी रणनीति का उलगुलान किया जाएगा। 

सरकार के फैसले का विरोध किया जाएगा!
कैलाश यादव ने कहा की महागठबंधन में शामिल जेएमएम, राजद और कांग्रेस ने झारखंड में सैकड़ों वर्षों से निवास करने वाले बहुसंख्यक आबादी वाले बिहार, यूपी एवं अन्य लोगों से वोट लेकर पीठ में खंजर भौंकने का काम किया है। निश्चित रूप से इनके खिलाफ आवाज बुलंद किया जाएगा। 

जनांदोलन से ही निकलेगा इसका समाधान! 
कहा कि सीएम हेमंत सोरेन ने 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति का प्रस्ताव पारित कर राज्य में वर्षो से निवास करने वाले 60-70 फीसदी वाले बहुसंख्यक वर्ग को गैर-झारखंडी और बाहरी की संज्ञा दी है। हम लोग अपने ही राज्य में प्रवासी हो गए हैं। इस विषय को खारिज करने के लिए अब एक मात्र उपाय  जनांदोलन से ही संभव है।

 
बैठक में प्रो.गोपाल यादव, मनोज कुमार, रामकुमार यादव, भोगी लाल, जैनेंद्र राय, डीके सिंह, मुन्ना सिंह, चंद्रिका यादव, सरजू प्रसाद, कन्हैया सिंह, सीडी महतो, जगदीश तिवारी, शंकर सिन्हा, सुरेश प्रसाद, सहित अन्य लोग उपस्थित थे।