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राज्यपाल रघुवर दास से राह चलते शख्स ने मांगी मदद, तुरंत दिया 1 लाख का चेक; जानें पूरा मामला

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द फॉलोअप नेशनल डेस्क:

गाड़ी में ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास हैं और नीचे अधिकारियों की फ़ौज। इसी भीड़ में एक व्यक्ति अपने बच्चे को लेकर खड़ा है। वह व्यक्ति राज्यपाल को अपने बच्चे की असाध्य बीमारी के बारे में बताता है। उसके बाद जो कुछ भी होता है उसकी सब खूब तारीफ़ कर रहे हैं। लोग कह रहे हैं यही तो रघुवर दास का अपना अंदाज है।

दरअसल, ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास मां तारा तारिणी के दर्शन करके लौट रहे थे। लौटने के दौरान उनसे पुरुषोत्तमपुर में सुदर्शन बेहरा नाम का एक व्यक्ति मिला। सुदर्शन बेहरा ने अपने बेटे तन्मय की बीमारी के इलाज के लिए राज्यपाल से आर्थिक मदद मांगी। रघुवर दास ने सुदर्शन बेहरा से बात करने के बाद ऑन द स्पॉट अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि तन्मय के बेहतर इलाज के लिए एक लाख रुपया दिया जाये। राज्यपाल का आदेश सुनते ही अधिकारी भी रेस हो गए. वहीं गाड़ी के पास ही खड़े - खड़े उनके बैंक अकाउंट का डिटेल लिया गया और काम हो गया।

रघुवर दास ने सोशल मीडिया पर इससे जुड़ा एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है तन्मय को असाध्य बीमारी है। उनका इलाज बेंगलुरु में चल रहा है। जहां काफी खर्च हो रहा है। इस परिवार की पीड़ा को सुनकर मैं करुणा से भर गया।

लोगों ने रघुवर दास के पहल की तारीफ की
खड़े-खड़े ऑन द स्पॉट बीच सड़क पर जिस तरह से रघुवर दास ने एक गरीब की मदद की उसकी खूब तारीफ हो रही है। लोग वीडियो शेयर करते हुए लिख रहे हैं कोई ऐसे ही रघुवर दास नहीं बन जाता है। गरीब शोषित, वंचित, दलित मजदूर, हर वर्ग की आवाज़ का नाम है रघुवर दास।

झारखंड के सीएम के रूप में मशहूर थी कार्यप्रणाली
आप सब जानते हैं कि रघुवर दास झारखंड में 5 साल तक मुख्यमंत्री रहे। सीएम रहते हुए भी उन्होंने यहां कई फैसले लिए. यही वजह है कि सोशल मीडिया पर कई लोग लिख रहे हैं कि झारखण्ड आपको मिस कर रहा है। आपको बता दें कि ओडिशा का राज्यपाल बनने के बाद से रघुवर दास काफी एक्टिव हैं। वह हर दिन कई कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं। लोगों से मिलते हैं और औचक निरीक्षण भी कर रहे हैं। लोग तो अब यहां तक कहने लगे कि लगता है रघुवर दास ओडिशा के मुख्यमंत्री हैं और नवीन पटनायक राज्यपाल।

सच्चा जनप्रतिनिधि होना क्या होता है, रघुवर दास हमेशा सिखाते हैं। जनप्रतिनिधि जो जनता की समस्याओं को अपना समझे। लोगों के दर्द में न केवल शामिल हो बल्कि उसका निराकरण भी करे। जनप्रतिनिधि जो जनसेवा समय देखकर न करता हो बल्कि किसी भी वक्त अपनी जनता के लिए खड़ा रहता हो। रघुवर दास ऐसे ही हैं। हमेशा सजग और जनसेवा को समर्पित।