जामताड़ा
जामताड़ा शहर में साइबर अपराधियों ने नया तरीका अपनाया है, जिससे शहर में कई स्थानों पर ऑनलाइन भुगतान की प्रक्रिया प्रभावित हो गई है। जिले में स्थित 4 पेट्रोल पंपों पर अब ग्राहक मोबाइल ऐप्स जैसे फोन पे के माध्यम से पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि साइबर अपराधियों ने इन पंपों के खातों में फर्जी लेन-देन कर दिया था, जिसके बाद बैंक ने इन पंपों के अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया। अब पेट्रोल पंपों पर कैश में भुगतान की मांग की जा रही है।
इसके अलावा, शराब की दुकानों पर भी ऑनलाइन पेमेंट बंद कर दिया गया है, क्योंकि साइबर अपराधियों ने यहां भी विभाग को चूना लगाया है। शहर के बड़े कपड़ा दुकानों में भी मोबाइल पेमेंट का विकल्प हटा लिया गया है।
जामताड़ा जिले का नाम साइबर अपराध के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है। यहां के अपराधी विभिन्न तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए लाखों रुपए की धोखाधड़ी कर चुके हैं। 2024 में अब तक जिले में पुलिस ने 222 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो पिछले साल की तुलना में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
हालांकि, पुलिस द्वारा की गई सख्त कार्रवाई और डीएसपी स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति के बाद, अपराधियों के खिलाफ लगातार छापेमारी की जा रही है। इस दौरान, साइबर अपराधी पकड़े जाने के मामले में कमी भी आई है। 2024 में अब तक साइबर पुलिस ने केवल 74 शिकायतें दर्ज की हैं, जो पिछले साल से काफी कम हैं। पुलिस ने अपराधियों से 27 लाख रुपए की नकदी भी बरामद की है, जो एक रिकॉर्ड है।
साइबर अपराधियों के खिलाफ पुलिस की सक्रियता का परिणाम यह है कि इस साल 3500 फर्जी सिम कार्ड्स को भी ब्लॉक किया गया है। ये सिम कार्ड्स झारखंड और आसपास के राज्यों से खरीद कर यहां इस्तेमाल किए जा रहे थे। पुलिस ने लाखों रुपए के मोबाइल भी जब्त किए हैं, जिससे साइबर अपराधों पर लगाम लगाने में मदद मिल रही है।