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मिचौंग चक्रवात : बेमौसम बरसात से खराब हुई धान की फसल, खलिहानों में भरा पानी; क्या बोले किसान

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दुर्गेश, हजारीबाग:

बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर गुरुवार को भी झारखंड में दिखा। राजधानी रांची सहित तकरीबन सभी जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई। इस बेमौसम बारिश ने किसानों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। तैयार हो चुकी धान की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है। दरअसल, किसान ने धान की फसल की कटाई कर ली थी। बारिश की वजह से खलिहानों में रखी धान की फसल पूरी तरह से भीग गई है। हजारीबाग जिले में भी किसानों को नुकसान झेलना पड़ा है। किसान चिंतित हैं कि यदि फसल खराब हो गई तो उनके सामने आजीविका का संकट खड़ा हो जाएगा। वे चिंतित हैं। 

आलू की फसल को भी पहुंचा नुकसान
हजारीबाग में किसान सूरज कुमार, सीताराम कुशवाहा, बढ़न कुशवाहा, महरू यादव और कुलेश्वर मेहता ने बताया कि हमने धान की तैयार फसल को काटकर खलिहान में रखा था। बैमौसम बारिश की वजह से फसल भीग गई। यदि और बारिश हुई तो फसल बर्बाद हो जाएगी। किसान मिथिलेश कुमार और संजय मेहता ने कहा कि बेमौसम बारिश ने आलू की फसल को भी नुकसान पहुंचाया है। वहीं, समाजसेवी रामलखन मेहता का कहना है कि इस बारिश से रबी फसल को फायदा होगा।

 

किसानों के सामने आजीविका का संकट
किसानों ने बताया कि यदि धान की फसल खराब हो गई तो हमारे सामने आजीविका का संकट खड़ा हो जाएगा। पूरे साल की जमा-पूंजी हमने धान की खेती में लगा दी थी। कृषि के जानकारों का कहना है कि इस बारिश से गेहूं, तोरी, सरसों और दलहन सहित साग-सब्जी की अन्य फसलों को फायदा होगा लेकिन  धान की फसल को नुकसान होने की आशंका है।