द फॉलोअप डेस्क
डुमरी प्रखंड के बलथरिया पंचायत में तैनात पंचायत सेवक सुखलाल महतो की इलाज के दौरान मौत हो गई। शुक्रवार को उन्होंने कार्यालय परिसर में कीटनाशक खाकर आत्महत्या की कोशिश की थी। इलाज के लिए पहले उन्हें डुमरी से पीएमसीएच, फिर वहां से रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां रविवार को उन्होंने दम तोड़ दिया।
मृतक सुखलाल महतो ने जहर खाने से पहले सोशल मीडिया पर एक पत्र जारी किया था, जिसमें उन्होंने डुमरी बीडीओ, बलथरिया पंचायत के मुखिया पति, पीएम आवास योजना के बीसी, और रोजगार सेवक पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था। उन्होंने यह पत्र डुमरी विधायक जयराम महतो को संबोधित किया था और लिखा था कि उनके ऊपर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा था, जिससे वे मानसिक तनाव में थे।
घटना को गंभीरता से लेते हुए जिले के डीसी रामनिवास यादव ने जांच के आदेश दिए हैं। इस सिलसिले में एक जांच कमेटी बनाई गई है, जिसमें अपर समाहर्ता विजय सिंह बिरुआ, एसडीएम संतोष कुमार गुप्ता, डीएसपी नीरज कुमार सिंह और डॉ. रवि महर्षि शामिल हैं। कमेटी ने डुमरी अनुमंडल कार्यालय पहुंचकर कई कर्मियों और बीडीओ से पूछताछ की है। घटना को लेकर डुमरी विधायक जयराम महतो ने ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे सिंह को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने भी मृतक के परिजनों से मुलाकात की और सांत्वना दी। सुखलाल महतो की मौत के बाद क्षेत्र में तनाव की आशंका को देखते हुए डुमरी एसडीओ ने 7 संवेदनशील स्थानों पर दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती की है। एसडीपीओ सुमित कुमार राजावत ने बताया, "पंचायत सेवक की मौत के मामले की जांच प्रशासन कर रहा है। पुलिस भी अपनी ओर से हर पहलू को खंगाल रही है।"