द फॉलोअप डेस्क
दुमका के रसिकपुर मोहल्ले में एक पोस्टल कर्मी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मृतक ने मरने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा है। इसमें उन्होंने पाकुड़ के एसडीआई पोस्टल अधिकारी पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाय है। मृतक की पहचान अंजन कुमार दास (43) के रूप में हुई है। वह रसिकपुर स्थित मुनी बाबा कुटिया के पास अपने परिवार के साथ रहता था। पुलिस मामले की सूचना मिलने के बाद जांच में जुट गयी है।
रसोईघर में फांसी पर लटका था अंजन
शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के बालीजोर गांव का निवासी अंजन कुमार परिवार के साथ रसिकपुर स्थित मुनी बाबा कुटिया के पास रहता था। वह हेड पोस्ट ऑफिस में डाकिया के पद पर कार्यरत था। सुबह जब पत्नी रसोईघर गयी तो देखा की अंजन रसोईघर में फांसी पर लटका हुआ था। इसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना नगर थाना पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया।
दुमका एसपी के नाम लिखा सुसाइड नोट
वहीं पुलिस को मौके पर से एक सुसाइड नोट भी मिला है। यह दुमका एसपी के नाम लिखा हुआ था। सुसाइड नोट में अंजन ने आरोप लगाया है कि पाकुड़ के एसडीआई पोस्टल अधिकारी समीर मंडल ने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। नोट के अनुसार, समीर मंडल ने फर्जीवाड़े के पैसों को अंजन और उसकी पत्नी के खातों में ट्रांसफर करवाकर कैश कराया। जब यह फर्जीवाड़ा उजागर हुआ और अंजन ने पैसे वापस मांगे, तो समीर मंडल ने उसे नौकरी से निकालने की धमकी दी। नोट में यह भी लिखा गया कि समीर मंडल ने अंजन को आत्महत्या करने के लिए उकसाया, जिससे वह तनाव में आकर इस घातक कदम उठाने पर मजबूर हो गया। अंजन ने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी को निर्दोष बताते हुए उसके लिए अनुकंपा पर नौकरी की मांग की है।
वहीं नगर थाना प्रभारी अमित कुमार लकड़ा ने बताया कि मृतक की पत्नी के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।