द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में प्री-मानसून गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं और लगभग हर दिन दोपहर बाद राज्य के कई हिस्सों में बारिश हो रही है। देशभर में मानसून की गति तेज हो रही है और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून के 4 से 6 जून के बीच झारखंड पहुंचने की संभावना है। यह पहली बार होगा जब मानसून इतने पहले झारखंड में दस्तक देगा। मानसून साहिबगंज और पाकुड़ के रास्ते राज्य में प्रवेश करेगा और 12 से 15 जून के बीच पूरे झारखंड को कवर कर लेगा। आमतौर पर मानसून 12 जून को झारखंड पहुंचता है, लेकिन इस बार यह 6 से 8 दिन पहले आने वाला है। मौसम विज्ञान केंद्र रांची के वैज्ञानिकों के अनुसार, मानसून के समय से पहले पहुंचने से राज्य में अच्छी वर्षा होने की उम्मीद है। पिछले 15 वर्षों में केवल एक बार 2021 में मानसून निर्धारित समय पर 12 जून को झारखंड में पहुंचा था, जबकि 2020 में यह 13 जून को आया था। इस बार मानसून के जल्दी आने से किसानों में उत्साह देखा जा रहा है।
अरब सागर से उठी टर्फ लाइन और ओडिशा के ऊपर बने निम्न दबाव का असर झारखंड पर भी दिख रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। रविवार को रांची समेत राज्य के कई जिलों में बारिश हुई। मौसम विभाग ने 26 मई के लिए येलो अलर्ट जारी किया है और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई है। इसके अलावा 27, 28 और 29 मई को भी राज्य के कई क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश और तेज हवा चलने की संभावना है। तापमान में आई गिरावट के कारण रविवार को बोकारो, धनबाद, लोहरदगा और लातेहार जैसे जिलों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। राजधानी रांची में भी अधिकतम तापमान 30 डिग्री रहा।
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि 28 मई को रांची का तापमान 29 डिग्री सेल्सियस और 29 मई को 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। पिछले 24 घंटे में राज्य के कई जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश और तेज हवा दर्ज की गई है। इस दौरान सबसे अधिक 47.4 मिमी बारिश पूर्वी सिंहभूम के धालभूमगढ़ में रिकॉर्ड की गई है।