द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के सीमावर्ती मयूरभंज जिले के तिरिंग प्रखंड अंतर्गत ग्राम रामबेड़ा में ईचा-खरकई बांध विरोधी संघ कोल्हान की आम सभा आयोजित हुई। इस आम सभा की अध्यक्षता काली चरण कालुंडिया ने की। आम सभा में कोल्हान के 87 गांव में चल रहे जन आंदोलन पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान आम सभा में शामिल लोगों को झारखंड उच्च न्यायालय में कानूनी लड़ाई की पूर्ण जानकारी दी गई। वहीं विगत दिनों झारखंड के जनजातीय परामर्शदातृ परिषद द्वारा ईचा डैम की ऊंचाई कम कर पुनः निर्माण को सहमति देने पर आक्रोश व विरोध जताया गया।
आम सभा में प्रभावित गांव को एकजुट करने और आंदोलन तेज करने पर सहमति बनी। साथ ही संघ के उपाध्यक्ष रेयांश समड के नेतृत्व में संघ की मयूरभंज इकाई का गठन किया गया। जिसमें सर्वसम्मति से अध्यक्ष घनश्याम कालुंडिया, उपाध्यक्ष गुलाराम मुर्मू, सचिव लकी कालुंडिया, सह सचिव कृष्ण कालुंडिया, कोषाध्यक्ष काली चरण कालुंडिया, सह कोषाध्यक्ष सुंदर बास्के, सलाहकार पन्ना लाल समड और चैतन्य बास्के को बनाया गया।
मौके पर नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को फूल माला पहनाकर सभी का अभिनंदन किया गया और नई बागडोर एवं जिम्मेदारी सौंपी गई। संघ उपाध्यक्ष रेयांश समड ने नव निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अब संगठन को और भी मजबूती मिलेगी। कोल्हान और मयूरभंज के प्रभावित आदिवासी मूलनिवासी एक होकर ईचा डैम को रद्द कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे। युवाओं को आह्वान करते हुए उन्होंने इस आंदोलन का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया। ईचा डैम से विस्थापन के खिलाफ युवा आगे आएं। आज की आम सभा में सैकड़ों ग्रामीण और आंदोलनकारी उपस्थित थे।