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धनबाद जेल में छापा, गैंगस्टर अमन सिंह हत्याकांड मामले में कार्रवाई!

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द फॉलोअप डेस्क, धनबाद:

धनबाद मंडल कारा में सोमवार तड़के छापा मारा गया। उपायुक्त वरुण रंजन की अगुवाई में यह कार्रवाई की जा रही है। बताया जा रहा है कि गैंगस्टर अमन सिंह हत्याकांड केस में यह कार्रवाई की जा रही है। डीसी वरुण रंजन की अगुवाई में कई पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारी जेल के भीतर पहुंचकर जांच कर रहे हैं। एसडीएम सहित अन्य पुलिस अधिकारियों के अलावा वहां भारी संख्या में पुलिस के जवान भी मौजूद हैं। गौरतलब है कि इसी महीने जेल के भीतर गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या के बाद पुलिस-प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर है। हाईकोर्ट ने भी मामले में संज्ञान लिया है। 

जेल के भीतर हथियार पहुंचने पर उठे थे सवाल
दरअसल, गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या के बाद यह बड़ा सवाल खड़ा हुआ था कि आखिरकार जेल के भीतर कैसे हथियार पहुंचा? किन लोगों ने जेल के भीतर पिस्टल पहुंचाने में सहायता की। बता दें कि गैगस्टर अमन सिंह हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस को जेल परिसर से 2 पिस्तौल मिली थी। इसने जेल के भीतर कैदियों की सुरक्षा पर बड़ा गंभीर प्रश्न खड़ा कर दिया है। इस हत्याकांड के बाद जहां विधि-व्यवस्था के मोर्चे पर सरकार सवालों के घेरे में है तो वहीं झारखंड में जेलों की सुरक्षा पर भी प्रश्चचिन्ह लग गया है। गौरतलब है कि जेल में गैंगस्टर की हत्या के बाद यह परिसर में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए रुटीन जांच भी हो सकता है। 

3 दिसंबर को गैंगस्टर अमन सिंह की हुई थी हत्या
गौरतलब है कि धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त अमन सिंह की 3 दिसंबर को हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड को अंजाम देने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने पुलिस को अपना नाम सुंदर महतो बताया। वह बाइक चोरी के आरोप में जेल गया था। हालांकि, कहा जा रहा है कि उसे प्लान के तहत जेल के अंदर भेजा गया था। हत्या की जिम्मेदारी अमन सिंह के ही पूर्व साथी आशीष रंजन ने ली थी। आशीष रंजन ने कहा कि मैं उसे नहीं मारता तो वही मुझे मार देता।