द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के जमशेदपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां रेलवे स्टेशन से एक रेलकर्मी को अगवा कर लिया गया। इसके बाद 10 दिनों तक आरोपियों ने उसे बंधक बनाकर बुरी तरह से पीटा। इस दौरान बदमाशों ने अपहृत रेलकर्मी को खाना भी नहीं खाने दिया। वहीं, इस मामले में रेलकर्मी का आरोप है कि बदमाशों ने उसके बैंक खाते से UPI के माध्यम से पैसे भी निकाल लिए।
ड्यूटी के दौरान किया गया अपहरण
इस मामले में जानकारी मिली है कि टाटानगर रेलवे स्टेशन के वरिष्ठ तकनीशियन आई नारायण बाबू का कार सवार अपराधियों ने अपहरण कर लिया था। इसके बाद बदमाशों ने उनके साथ 10 दिन तक लगातार मारपीट की, फिर छोड़ दिया। अपराधियों ने रेलकर्मी के बैंक खाते से हजारों रुपये भी निकाल लिए। इसके बाद अपराधियों ने ओडिशा में झारसुगुड़ा के पास उन्हें छोड़ दिया। इस घटना में पीड़ित रेलकर्मी राउरकेला के रहने वाले हैं, उन्होंने मंगलवार को अधिवक्ता रविशंकर पांडेय के साथ SSP किशोर कौशल से मिलकर अपनी समस्या बताई और सुरक्षा मांगी।10 दिनों तक बदमाशों ने पीटा
इस दौरान पीड़ित ने बताया कि अपराधी उन्हें स्टेशन से पकड़कर मारपीट करते हुए गोलमुरी ले गए। वहां अपराधियों ने शराब पी और इसके बाद कार से उन्हें ओडिशा ले गए। वहां एक अनजान जगह ले जाकर रेलकर्मी को पीटा और 10 दिन तक बिना भोजन के रखा। वहीं, परिवारवालों ने नारायण को कार्य स्थल से लापता पाकर टाटानगर रेल थाना में मामला दर्ज कराया। लेकिन रेल पुलिस की ओर से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
फिर मिल रही तकनीशियन को धमकी
उक्त मामले में रेलवे तकनीशियन ने SSP को बताया कि 4 नवंबर को ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद उन्हें फिर से धमकी मिल रही है। पीड़ित को आशंका है कि अपहरण की घटना को अंजाम देने वाले अपराधी आशीष कुंभकार, सचिन सागर और संतोष बहादुर, उनकी हत्या कर देंगे। वहीं, SSP ने तकनीशियन को घटना की जांच और तीनों अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।