द फॉलअप डेस्कः
पलामू जिले के पांडू थाना क्षेत्र के कजरू कला गांव में रामनवमी मिलन स्थल का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। 30 गांव के ग्रामीणों ने बैठक कर इस वर्ष रामनवमी नहीं मनाने का निर्णय लिया है। रविवार को सीताराम नगर स्थित श्रीराम जानकी विवाह मंडप में पूजा महासमिति की बैठक की गई। जिसमें यह निर्णय लिया गया कि इस बार 30 गांव के लोग रामनवमी जुलूस नहीं निकालेंगे बल्कि घर में ही पूजा पाठ करेंगे।
पुलिस ने मना किया शोभायात्रा निकालने से
बैठक में करीब 30 गांवों से आये पूजा समिति के लोगों ने मामले पर विमर्श किया। बताया गया कि देवनारायण पांडेय द्वारा अभी तक जमीन खाली नहीं की गयी है। समिति के लोगों ने बताया कि इस मामले में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पलामू डीसी, एसपी, सीओ व थाना प्रभारी को आवेदन दिया गया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पूजा समितियों ने कहा कि रामनवमी मिलन स्थल खाली नहीं होने की स्थिति में रामनवमी की शोभा यात्रा नहीं निकाली जाएगी। पुलिस ने बाजे-गाजे के साथ शोभायात्रा निकालने पर रोक लगा दी है। पूजा समितियों से कहा गया है कि सिर्फ एक झंडा लेकर रामनवमी मैदान में जायें। रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होने होने दिया जायेगा। ऐसी स्थिति में पूजा समितियों ने सामूहिक रूप से रामनवमी नहीं मनाने का निर्णय लिया है।
अरहर की खेती कर दी गई है
दरअसल, पलामू के पांडू थाना क्षेत्र के कजरू के इलाके में पिछले कई वर्षों से रामनवमी के दिन 30 गांवों के ग्रामीण एक जगह जमा होते थे और जुलूस का मिलान करते थे। जिस जमीन पर जुलूस का मिलन होता था। उस जमीन पर वर्तमान में अरहर की फसल लगी हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले कई वर्षों से जमीन परती थी और कुछ महीने पहले यहां अरहर लगा दी गई। ग्रामीण मामले में प्रशासन के पदाधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। उनके द्वारा जमीन किसकी है? यह बताने का आग्रह भी किया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार पदाधिकारियों से इस बारे में स्थिति स्पष्ट करने का आग्रह किया गया है, लेकिन कोई जानकारी नहीं दी गई।
इन गांवों में नहीं मनाई जाएगी रामनवमी
रामनवमी नहीं मनाने वाले गांव में कजरू कला, रबरी, मुरुमातु, फुलिया, बेलहारा, ओबरा, घासीदाग, राजखाड़ी, भंवराखाला, घट्टर, रत्नागिरी, रबरी, रानाग, गोरया, महुआधाम, रोल्पा, ओबरा, नेउरी, पोखरी, गुआसरई, ठेकही, बारहबिघवा, निमिया, नौडीहा, पिपरी, हिसरा आदि गांव शामिल हैं।