द फॉलोअप डेस्क
रांची में जमीन कारोबारी रमेश उरांव हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मामला बेहद चौंकाने वाला है, क्योंकि इस हत्या की साजिश में खुद रमेश की पत्नी शामिल थी। रांची पुलिस के अनुसार रमेश की पत्नी ने अपने पति के बिजनेस पार्टनर शाहिद अंसारी और उसके दोस्त सतीश बैठा के साथ मिलकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। घटना 19 मई की है, जब कांके थाना क्षेत्र के सर्वोदय नगर में रमेश उरांव की हत्या कर दी गई थी। जांच के दौरान जब पुलिस ने गहराई से पूछताछ की और कॉल डिटेल खंगाली, तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस के मुताबिक, रमेश उरांव की पत्नी के शाहिद अंसारी से अवैध संबंध थे। इसी संबंध के चलते दोनों ने मिलकर रमेश को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। हत्या की इस साजिश में सतीश बैठा नाम का एक अन्य व्यक्ति भी शामिल था, जो इन दोनों का सहयोगी रहा। रांची पुलिस ने इस मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। गिरफ्तार आरोपियों में मृतक रमेश उरांव की पत्नी तन्नू लकड़ा, मुख्य आरोपी शाहिद अंसारी और रेकी में सहयोग करने वाला शतीश बैठा शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, मृतक रमेश उरांव की पत्नी तन्नू लकड़ा के शाहिद अंसारी से पिछले कई वर्षों से अवैध संबंध थे।
पुलिस ने क्या बताया
इस मामले में पुलिस ने पीसी कर बताया कि दिनांक 19 मई 2025 की सुबह करीब 4:45 बजे, कांके थाना क्षेत्र के सर्वोदयनगर रोड नंबर-8 में रमेश उरांव नामक व्यक्ति के घर में एक अज्ञात व्यक्ति घुस आया और चाकू से हमला कर रमेश को गंभीर रूप से घायल कर दिया। इलाज के दौरान रिम्स अस्पताल में रमेश की मौत हो गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर एक विशेष टीम बनाई गई, जिसमें कांके थाना के अधिकारी शामिल थे। टीम ने तकनीकी और अन्य सबूतों के आधार पर रामगढ़, हजारीबाग, चतरा और गया (बिहार) में छापेमारी की। जांच के दौरान यह सामने आया कि शाहिद अंसारी नामक व्यक्ति, जो गोंदा थाना, रांची का रहने वाला है, इस हत्या में शामिल था। उसे 27 मई 2025 को उसके घर से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में शाहिद ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह कई सालों से मृतक रमेश के साथ जमीन के काम में साझेदार था। इस दौरान उसका रमेश की पत्नी तनु लकड़ा से परिचय हुआ और दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए, जो बाद में शारीरिक संबंधों में बदल गया। जब रमेश को इस रिश्ते की जानकारी मिली, तो वह इसका विरोध करने लगा और अपनी पत्नी को मारने-पीटने लगा। इससे परेशान होकर तनु और शाहिद ने मिलकर रमेश को मारने की साजिश रची। घटना की रात परिवार के सभी सदस्य एक मुंडन कार्यक्रम में गए थे। शाहिद वहीं से अपने दोस्त सतीश बैठा के जरिए रमेश की गतिविधियों पर नजर रखे हुए था और तनु से लगातार फोन पर संपर्क में था।
तनु ने घर की चाबी शाहिद को दे दी थी। जब रमेश परिवार के साथ घर लौटा, तो उसकी पत्नी वॉशरूम चली गई और रमेश जब अपने कमरे में घुसा, तो शाहिद ने उस पर चाकू से कई बार वार कर दिया। रमेश बुरी तरह घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद शाहिद एक सफेद फोर्ड फिगो कार (JH01AU-7636) से फरार हो गया और हजारीबाग होते हुए गया, बिहार भाग गया।
पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर शाहिद के छिपने की सभी संभावित जगहों पर छापेमारी की और आखिरकार उसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। शाहिद ने हत्या की योजना और उसके साझेदारों (तनु लकड़ा और सतीश बैठा) की भूमिका को भी स्वीकार किया है। उसके बयान के आधार पर हत्या में इस्तेमाल की गई कार, चाकू और मोबाइल फोन को पुलिस ने बरामद कर लिया है। मामले की बाकी जांच अभी जारी है।