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उपलब्धि : रिम्स के डॉक्टर्स ने किया कमाल, हाथ का मांस लेकर बना दी कैंसर पीड़ित मरीज की जीभ

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रांची: 

रांची के रिम्स ने चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में एक और उपलब्धि हासिल की है। रिम्स में एक कैंसर पीड़ित मरीज की जीभ खराब हो गई थी। चिकित्सकों ने उसके हाथ से मांस लेकर जीभ बना दी। रिम्स के चिकित्सक डॉ. जाहिद मुस्तफा खान और प्लास्टिक सर्जन डॉ. विक्रांत रंजन ने मिलकर फ्री रेडियो फॉर आर्म फ्लैप ऑपरेशन के माध्यम से कैंसर पीड़ित की जान बचा ली। 

झारखंड में पहली बार ऐसा ऑपरेशन
चिकित्सकों का दावा है कि ऐसा ऑपरेशन झारखंड में पहली बार किया गया है। डॉ. जाहिद ने बताया कि सरायकेला के रहने वाले 45 साल के सुनील कुमार जीभ की कैंसर से पीड़ित थे। मरीज की गर्जन के दोनों तरफ गांठ बन गई थी। कैंसर से बचाव का एक ही तरीका था कि मरीज की जीभ काट दी जाये। इससे पहले प्लास्टिक सर्जन डॉ. विक्रांत रजंन ने हाथ से मांस लेकर जीभ बनाया। 

गर्दन के दोनों हिस्सों में गांठ थी
डॉ. जाहिद ने गर्दन की गांठ को ऑपरेशन के जरिये हटाया और कैंसर ग्रसित जीभ को भी हटाया। इसके बाद तैयार की गई जीभ को गर्जन की नस के माध्यम से जोड़ दिया गया। अच्छी बात है कि मरीज उस जीभ का इस्तेमाल कर पा रहा है। कुछ दिनों की निगरानी के बाद मरीज को हॉस्पिटल से छुट्टी मिल जायेगी। दिलचस्प ये भी है कि मरीज का ऑपरेशन बिलकुल निशुल्क किया गया है। 

निशुल्क किया गया मरीज का ऑपरेशन
ड़ॉक्टर्स ने बताया कि इस ऑपरेशन के लिए मरीज को किसी भी प्रकार का खर्च नहीं करना पड़ा। डॉ. जाहिद मुस्तफा ने बताया कि यदि यही ऑपरेशन किसी बड़े निजी अस्पताल में किया जाता तो कम से कम 10 लाख रुपये का खर्च आता। मध्यम दर्ज के निजी अस्पतालों में न्यूनतम 8 लाख रुपये का खर्च आता।