द फॉलोअप डेस्क
रांची पर्यटकों के लिए आकर्षण के केंद्र बने झारखंड के दो जलप्रपातों जोन्हा और हुंडरू में जल्द ही रोपवे की भी सुविधा मिलेगी। पर्यटक जलप्रपात की खूबसूरती के अलावा रोपवे का भी आनंद लेते हुए वहां के प्राकृतिक सौंदर्य का अवलोकन कर सकेंगे। इन दोनों जगहों पर रोपवे की संभावना का अध्ययन करने वाली एजेंसी ने इसके लिए हरी झंडी प्रदान कर दी है।
एजेंसी ने दोनों स्थलों को रोपवे के निर्माण के लिए अनुकूल पाया है। इस रिपोर्ट के आधार पर पर्यटन, कला संस्कृति एवं खेलकूद विभाग ने दोनों जगहों पर रोपवे के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने को अनुमति प्रदान कर दी है। राज्य सरकार ने पांच जगहों जोन्हा, हुंडरू दशमः कौलेश्वरी तथा रांची पहाड़ी मंदिर में रोपवे की संभावना का अध्ययन करने की जिम्मेदारी रेल मंत्रालय के उपक्रम राइट्स लिमिटेड को सौंपी थी। इस एजेंसी ने अपने अध्ययन में जोन्हा तथा हुंडरू को इसके लिए अनुकूल पाया है। वहीं, दशम में जमीन की समस्या आई है। अधिसंख्य खूंटकटी जमीन होने के कारण इसके अधिग्रहण में परेशानी आ सकती है। रांची पहाड़ी मंदिर को रोपवे के लिए अनुकूल नहीं पाया गया।
रिपोर्ट में कहा गया कि रांची पहाड़ी मंदिर की जमीन इतनी कसी नहीं हुई है कि वहां रोपवे का निर्माण किया जा सके। अधिक भार पड़ने पर वहां की जमीन भरभरा सकती है। इधर, जोन्हा और हुंडरू में रोपये के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी राइट्स को ही दी गई है। इसके द्वारा तैयार की जानेवाली डीपीआर पर योजना प्राधिकृत समिति की स्वीकृति ली जाएगी। इसके बाद इसपर कैबिनेट को स्वीकृति भी ली जाएगी। बताते चलें कि रोपवे की संभाव्यता के आययन के लिए राज्य सरकार के पर्यटन निदेशालय वे वर्ष 2013 में ही राइट्स लिमेटेड के साथ करार किया था।