रांची:
वरिष्ठ विधायक सरयू राय ने पेयजल, स्वच्छता एवं जल संसाधन विभाग की अनुदान मांग पर चर्चा के दौरान कहा कि पेजयल को लेकर नदियां एक बड़ा स्त्रोत है। हालांकि, राज्य में नदियों का क्या हाल है ये बात किसी से छुपी नहीं है। शहरों ने नदियों को सिकोड़ दिया है। सरयू राय ने सदन में सरकार से मांग की है कि नदी संरक्षण अधिनियम बनाया जानी चाहिए।
शहरी इलाकों में नदियों का अतिक्रमण जारी
निर्दलीय विधायक सरयू राय ने सदन में कहा कि शहरी इलाकों में नदियों को अतिक्रमण किया जा रहा है। एक बाध्यता होनी चाहिए कि इतनी दूरी तक नदियों के किनारे कोई भी निर्माण कार्य नहीं होगा। इस दौरान सरयू राय ने सिंचाई विभाग की योजनाओं की भी थर्ड पार्टी एसेसमेंट कराने की मांग की।
पेयजल की गुणवत्ता सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है
सरयू राय ने इस दरम्यान सदन में कहा कि पेयजल की गुणवत्ता सबसे अहम है। पेयजल का बडा स्त्रोत नदियां हैं। विश्व बैंक ने साल-2030 तक पेयजल को लेकर सतत पोषणीय विकास का जो लक्ष्य तय किया है, उस पर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पेयजल विभाग में ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों को मिलाकर काम हो। सरयू राय ने कहा कि इसे पर गंभीरता से सोचना होगा।