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झारखंड : देवघर एयरपोर्ट पर बोले सिंधिया, पीएम ने धार्मिक नगरी को आर्थिक प्रगति से जोड़ने का काम किया

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डेस्क :
देवघर एयरपोर्ट का पीएम नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया है। मौके पर नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहें। उन्होंने अपने सम्बोधन में पीएम की उन्मुक्तकंठ से प्रशंसा की। उन्होंने कहा एक जमाने में आर्थिक रूप से मजबूत शहरों में ही हवाई अड्डा बनता था। अब जहां हवाई अड्डा बनता है वहीं से आर्थिक पहिया घुमने लगता है। पीएम ने इसे साकार किया है। धार्मिक नगरी को आर्थिक प्रगति से जोड़ने का काम किया है।

देवी देवताओं की धरती पर लोगों का होगा सीधा आगमन
मौके पर सिंधिया ने कहा कि एम्स की आधुनिक सुविधा झारखंड और बिहार के साथ पश्चिम बंगाल के बड़े इलाके को मिल रही है। हमें विकास की गति मिलकर तय करनी होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभावशाली नेतृत्व में देवघर एयरपोर्ट के रूप में 16 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं के रूप में प्रदेश के विकास का सपना साकार हो रहा है। अब देवी देवताओं की धरती पर लोगों का सीधा आगमन हो पाए ये उपलब्धि कम नहीं है। ये सौगात ऐसे वक्त में हो रहा है जब विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की शुरुआत हो रही है। देवघर को ऐसे ही कामना धाम नहीं कहा जाता।

पीएम का धर्म और संस्कृति के साथ गहरा जुड़ाव
बीते 1 साल में कुशीनगर में बौद्ध सर्किट के केंद्र में एयरपोर्ट बना। इसका सपना भी पीएम ने साकार किया। सिंधिया ने कहा कि यह धर्म और संस्कृति के साथ पीएम के गहरे जुड़ाव के कारण है। देवघर हर दिशा से धर्म और आस्था से परिपूर्ण है। 401 करोड़ रुपये की परियोजना से 621 एकड़ में यह एयरपोर्ट बना है। इससे ढाई करोड़ जनता को सुगम आवागमन की सुविधा मिलेगी। पीएम के निर्देश पर कोलकाता से देवघर तक इंडिगो द्वारा फ्लाइट का संचालन हुआ।

धनबाद और बोकारो में भी बनेगा एयरपोर्ट
सिंधिया ने घोषणा करते हुए कहा कि देवघर एयरपोर्ट के बाद धनबाद और बोकारो में भी एयरपोर्ट की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब हवाई चप्पल वाला भी फ्लाइट में सफर कर रहा हैं। हवाई चप्पल वाला एयरपोर्ट जाये उससे बेहतर है की एयरपोर्ट हवाई चप्पल वालों तक जाये। फ़िलहाल साढ़े सात हजार यात्री प्रतिदिन झाऱखंड से हवाई यात्रा करते हैं। ऐसे में 14 नए रूट प्रचलित होंगे। मौजूदा सरकार कि विचारधारा भारत को भारत के साथ जोड़ने की है। इसके लिए बीते 8 साल में 67 नए हवाई अड्डे बने हैं।