logo

दुमका : आदिवासी किशोरी हत्याकांड मामले की जांच से हटाए गये SDPO नूर मुस्तफा

NOOR.jpg

दुमका : 

एक सप्ताह पहले दुमका के श्रीअमड़ा से एक मामला सामने आया था जिसमें देखा गया था कि एक आदिवासी नाबालिग लड़की को दूसरे समुदाय के युवक ने अपने प्रेम जाल में फंसा लिया था और जब लड़की गर्भवती हो गई और शादी का दबाव बनाया तो उसे उसकी हत्या कर दी गई थी, जिसका शव पेड़ पर फंदे से झूलता मिला था। इस मामले में अनुसंधानकर्ता बदल दिए गए हैं। अब इस मामले की जांच एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी नहीं करेंगे बल्कि उनकी जगह पर डीएसपी हेडक्वार्टर विजय कुमार इस केस की जांच करेंगे। मामले में आरोपी अरमान अंसारी है।  चुंकी बच्ची आदिवासी थी इसलिए यह केस एसटी-एससी एक्ट से जुड़ा है। 

 

अरमान को रिमांड पर लेगी पुलिस
आरोपी अरमान अंसारी को भी पुलिस रिमांड पर लेगी। अरमान को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस कोर्ट में अनुरोध करेगी। रिमांड पर लेने के बाद अरमान से पूछताछ के बाद पुलिस यह जानकारी जुटा पायेगी कि आदिवासी किशोरी की मौत कैसे हुई। इधर डीआइजी सुदर्शन प्रसाद मंडल के अनुसार 5 सितंबर को हाईकोर्ट के एक मामले में तथा 9 सितंबर को राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग में पेशी के लिए एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी गये हुए हैं। इसलिए उन्हें इस केस से हटाया गया है। 


अंकिता हत्याकांड को लेकर चर्चा में 
दरअसल दुमका में अंकिता हत्याकांड मामले की जांच भी पहले डीएसपी नूर मुस्तफा ही कर रहे थे लेकिन उन पर आरोप लगाए जा रहे थे कि वह आरोपी शाहरुख को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी और कहा था कि इस मामले की जांच से नूर मुस्तफा को तुरंत हटाया जाए क्योंकि वह आरोपी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।  वह आरोपी की उम्र घटाकर प्राथमिकी में लिख रहे हैं वहीं मृतिका अंकिता की उम्र वह बढ़ाकर प्राथमिकी में दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद से ही नूर मुस्तफा काफी चर्चा में है