पश्चिम सिंहभूम
मंईयां सम्मान यात्रा के सातवें दिन की शुरुआत पश्चिम सिंहभूम ज़िला के मनोहरपुर स्थित मनीपुर मैदान से हुई। मंईयां सम्मान यात्रा के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मंत्री बेबी देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की दूरदर्शी सोच के कारण ही राज्य की महिलाएं आर्थिक रूप से सबल हो रहीं हैं। कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि अब महिलाएं कमजोर नहीं हैं। वे आत्मनिर्भर बन रही हैं। उन्होंने सांसद जोबा मांझी का उदाहरण देते हुए कार्यक्रम में आयीं हज़ारों महिलाओं से कहा कि उन्होंने अपने जीवन में बहुत सी मुश्किलों का सामना किया और आगे बढ़ी हैं। सरकार महिलाओं के साथ है। आप भी आगे बढ़ें। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की यही सोच है।
सरकार की सोच है कि महिलाएं आगे बढ़ें
मंत्री दीपक बिरुआ ने कहा कि इस योजना के आने से राज्य की महिलाएं बहुत खुश हैं। महिलाओं के शिक्षित होने से पूरा परिवार शिक्षित होता है।सरकार की सोच है कि गांव की महिलाएं घर से बाहर निकलें और आगे बढ़ें। उन्हें आर्थिक समर्थन सरकार देगी। गांव के विकास से झारखंड का विकास होगा। सरकार ने झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के माध्यम से अब तक झारखंड की लाखों महिलाओं को आर्थिक लाभ दिया है।
जेएमएमएसवाई मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सराहनीय पहल
सांसद जोबा मांझी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा लाई गई झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की पहल बहुत सराहनीय है। उनकी सोच दूरदर्शी है । वे झारखंड को विकास के पथ पर आगे लेकर जा रहे हैं। सर्वजन पेंशन,अबुआ आवास योजना ,सावित्रीबाई फुले किशोरी योजना जैसी योजनाओं की शुरुआत कर झारखंड वासियों को इन योजनाओं से जोड़ रहे हैं। राज्य की हर महिला आत्मनिर्भर बने, इसी सोच के साथ झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत की गई है।
जेएमएमएसवाई की तीसरी किस्त बहुत जल्द
विधायक कल्पना सोरेन ने कहा कि झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की दो किस्त बहनों के बैंक खाते में जा चुकी है। जल्द ही तीसरी किस्त भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को प्यार, सम्मान और प्रोत्साहन चाहिए। मंईयां सम्मान यात्रा महिलाओं के आत्मसम्मान को आगे ले जाने की यात्रा है। उन्होंने कहा कि यहां की महिलाएं बहुत योग्य हैं। महिलाएं अपने जीवन में बहुत कुछ कर सकती हैं। आप आगे बढ़ें, सरकार आपके साथ है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हमें खुद की पहचान बनानी है। हमें खुद के लिए लड़ाई लड़नी है और जीतना भी है। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के पदाधिकारीगण एवं हज़ारों की संख्या में महिलाएँ उपस्थित थीं।