द फॉलोअप डेस्क
सवाल-1 गुरूवार रात में आपने नेतरहाट में आदिवासी भाई-बहन के घर पारंपरिक खाना खाया, कैसा एक्सपीरियंस रहा..?
जवाब- ये सच में बहुत रिच फूड है, हम आमतौर पर जो खा रहे हैं, वो हमारे शरीर के लिए शायद उतना उपयोगी नहीं है। जितना ये पारंपरिक भोजन है। यहां श्रीअन्न, मोटे अनाज, रागी की रोटी, मक्के की रोटी, अलग-अलग भाजी और अलग-अलग रोटी, पत्ते में सेंक कर रोटी बनाई और बांस के फूल की सब्जी, बांस का सलाद, सब कुछ अद्भुत है और भोजन बहुत स्वादिष्ट है। स्वादिष्ट के साथ-साथ शरीर के लिए बहुत उपयोगी भी है। सच कहूं तो आनंद आ गया भोजन में भी और हमारे आदिवासी भाई-बहन के वात्सल्य पूर्ण व्यवहार में भी।
सवाल-2 झारखंड सरकार मंईयां योजना लाई है, उनका कहना है कि, बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है और मंईयाओं का बहुत प्यार मिल रहा है, इसके बारे में आप क्या कहेंगे..?
जवाब- ये तो हमारा प्रोजेक्ट है, लाड़ली बहना योजना की नकल चुनाव के पहले इन्होंने की है। हेमंत सोरेन सरकार ने 5 साल पहले घोषणा पत्र में जो वादे किए थे, उसमें लिखा था कि, गरीब महिलाओं को प्रति माह 2 हजार रुपए चूल्हा खर्च दिया जाएगा। 4 साल 10 महीने चूल्हा खर्च नहीं दिया लेकिन अब चुनाव आ गए हैं तो महिलाओं के खातों में वोटों के लालच में 1 हजार रूपए डाले जा रहे हैं। हेमंत सोरेन हिसाब दें कि, 5 सालों में 60 महीने होते हैं, और 60 महीनें 2 हजार रूपए मिलते तो बहनों को अब तक 1 लाख 20 हजार रूपए खाते में मिल जाने चाहिए थे, लेकिन उनके खाते में केवल 2 हजार रूपए ही आए हैं, तो 1 लाख 18 हजार रूपए कहां गए। ये तो बहनों के साथ छल हुआ, कहा कुछ था दे कुछ रहे हैं। हमारी सरकार मध्यप्रदेश में है, वहां लाड़ली बहना योजना चल रही है, हमारी सरकार महाराष्ट्र में है तो वहां भी लाड़की बहीण योजना चल रही है, हमारी सरकार छत्तीसगढ़ में है तो वहां भी महतारी वंदन योजना के तहत बहनों को राशि दी जा रही है। ओडिशा में अभी-अभी सरकार बनी है और वहां भी बहनों के खातों में पैसा डालना शुरू कर दिया गया है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार हरियाणा में बहनों के खाते में 2100 रुपए डालेगी, जम्मू-कश्मीर में भी बहनों के खाते में राशि डाली जाएगी और झारखंड में भी बहनों के खाते में 2100 रुपए डाले जाएंगे। झारखंड सरकार केवल चुनाव के नजदीक आते ही बहनों को टुकड़ों-टुकड़ों में पैसा दे रही है। मेरी झारखंड की बहनें सब समझती और जानती है, इसका जवाब अब बहनें चुनाव में देंगी।
सवाल-3 आप झारखंड में नौकरियों की बात कह रहे थे.. ?
जवाब- रोजगार बड़ा सवाल है, हेमंत सोरेन ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया था कि 5 लाख नौकरियां देंगे और जब तक नौकरी नहीं देंगे, तब तक 5-7 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता देंगे, लेकिन एक ढेला नहीं दिया, एक नौकरी नहीं दी। 4 साल 10 महीने नौकरी नहीं दी और 11वें महीने जब चुनाव नजदीक आए तो सिपाही भर्ती के नाम पर नौजवानों को कड़ी धूप में 10 किलोमीटर दौड़ा रहे हैं। जिसके चलते कई घरों के चिराग बुझ गए। पेपर लीक भी बड़ी समस्या है, यहां 17 बार परीक्षाएं रद्द हुई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा अब पेपर लीक मोर्चा बन गया है। इनके लोग नौजवानों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। हेमंत सोरेन की सरकार ने युवाओं के सारे सपने चकनाचूर कर दिए हैं। झारखंड में 2 लाख 87 हजार से ज्यादा पद खाली पड़े हैं, पुलिस के पद खाली पड़े हैं, बाकी पद लाखों की संख्या में खाली हैं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में खाली पदों को भरने का फैसला कर दिया जाएगा। हम कैलेंडर बनाकर तय करेंगे कि, किस महीने में कौन सी परीक्षा होगी और रिजल्ट की तारीख क्या होगी और जॉइनिंग की डेट क्या होगी।
सवाल- 4 आप माताओं-बहनों को 2100 रूपए देने की बात कह रहे हैं, तो क्या ये माना जाए कि, ये मंईयां योजना का काट है..?
जवाब- हम तो पहले से ही दे रहे हैं, इन्होंने हमारी नकल की है, वो भी राशि देने के लिए नहीं की है, केवल चुनाव में लुभाने के लिए की है। ये तो हमारा कॉन्सेप्ट है, ये हमारा कमिटमेंट है महिला सशक्तिकरण का। जैसे हम भाजपा शासित राज्यों में बहनों को सीधे पैसे दे रहे हैं, वैसे ही झारखंड में भी देंगे।
सवाल-5 हेमंत सोरेन कह रहे हैं कि, बीजेपी के पास अपना कैडर नहीं बचा है, बाहर के लोग आते हैं, बयान देते हैं और नफरत फैलाते हैं, बीजेपी का यहां कुछ नहीं हो सकता है..?
जवाब- हेमंत सोरेन एक बात साफ सुन लें कि, भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय पार्टी है, मैं जम्मू-कश्मीर भी गया था, हरियाणा भी जा रहा हूं और महाराष्ट्र भी गया था। भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय पार्टी है, और जब चुनाव होते हैं तो एक राज्य के कार्यकर्ता दूसरे राज्यों में भी प्रचार प्रसार के लिए जाते हैं। झारखंड में भारतीय जनता पार्टी ने विकास के काम किए हैं, जब यहां रघुवर दास जी की सरकार थी तो इतना विकास हुआ है कि, जनता आज भी याद करती है। दूसरा बड़ा सवाल है यहां की माटी, बेटी और रोटी की रक्षा का सवाल है। जेएमएम की सरकार को घुसपैठियों को वोट बैंक समझते हैं। यहां उनके आधार कार्ड बनवाते हैं, और घुसपैठिए आकर हमारी जमीनों पर कब्जा करते हैं। आदिवासी बेटियों से शादी करते हैं, चुनाव लड़कर लोकल गवर्नमेंट पर कब्जा करते हैं। जेएमएम की सरकार बहुत खतरनाक खेल, खेल रही है। ये झारखंड ही नहीं बल्कि हमारे देश के लिए भी खतरनाक है। भारतीय जनता पार्टी विदेशी घुसपैठियों को चुन-चुनकर बाहर निकालेगी, घुसपैठियों के लिए हमारे देश में कोई जगह नहीं है।
सवाल- 6 भारतीय जनता पार्टी का संकल्प पत्र कब तक आएगा और इसमें क्या-क्या होने की संभावना है..?
जवाब- संकल्प पत्र अंतिम चरण में है, कई चीजें स्पष्ट हैं, उसमें नौकरी की बात करेंगे, महिला सशक्तिकरण की बात करेंगे, किसान की बात करेंगे, बहुत जल्दी संकल्प पत्र आने वाला है।