द फॉलोअप डेस्कः
बीते 28 मार्च को पलामू में बिफन साव नामक शख्स को गोली मारी गई थी। बिफन को जबड़े में गोली मारी गई थी। फिलहाल उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। इस मामले की जांच में पुलिस जुटी हुई थी। मामले से पुलिस ने उद्धेभन कर लिया है। दरअसल अंधविश्वास में पड़क बिफन की हत्या की साजिश रची गई थी। हत्या की साजिश वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें एक महिला और एक पुरुष शामिल है।
सीसीएल कर्मी को शक था कि बेटे बिफन की वजह से बीमार है
पुलिस के अनुसार रिटायर सीसीएल कर्मी नान्हू मोची के बेटे को बीमारी थी। बेटे का इलाज कराने के लिए सीसीएल कर्मी कई जगह भटका, लेकिन बीमारी ठीक नहीं हुई। अंत में अंधविश्वास के चक्कर में अपने पड़ोसी बिफन साव की हत्या के साजिश रची और गोली मरवा दी। अपराधियों ने बिफन साव के घर में घुसकर उसके जबड़े में गोली मार दी थी। पुलिस ने बताया कि सीसीएल कर्मी नान्हू मोची और महिला दोनों बिफन साव के पड़ोसी हैं। नान्हू मोची को शक था कि उसके बेटे की बीमारी बिफन की वजह से है। इसी शक पर उसने पड़ोस में रहने वाली महिला के साथ मिलकर अपराध की साजिश रची थी।
ओझा-गुणी में हत्या का प्रयास
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ओझा गुनी मामले में आरोपियों ने बिफन साव को गोली मारकर जख्मी किया है जो इलाजरत है। गिरफ्तार आरोपी नान्हू मोची ने बताया कि विगत चार वर्षों से उनके पुत्र पर ओझा-गुणी कर बिफन साव परेशान कर रखा है। बहुत से डॉक्टर से इलाज कराने के बावजूद बीमारी ठीक नहीं हुई। जिससे बिफन साव की हत्या की नियत से महिला के साथ मिलकर अपराधिक गतिविधियों में शामिल कुछ अपराधियों से संपर्क कर घटना का अंजाम दिलवाया था। गिरफ्तार सुषमा देवी की भी बिफन से पुरानी रंजिश थी। इसलिए दोनों ने मिलकर प्लान बनाया। महिला ने अपने बयान में बताया है कि वर्षों पहले उसके भैसूर की मृत्यू, बिफन साव के ओझा-गुणी के कारण हो गयी थी। कुछ वर्ष पूर्व उसकी बेटी के साथ छेड़खानी की घटना में बिफन साव का भतीजा शामिल था जिसे पुलिस ने जेल भेजा था। बिफन साव ने अपने भतीजे को जेल से जल्द ही बाहर निकलवा लिया था। सुषमा के अनुसार उसके बेटे की बीमारी बहुत दिन से ठीक नहीं हो रही थी। इन सभी के पीछे बिफन साव का ओझा- गुणी ही सामने आया था।