द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में JSSC CGL परीक्षा के दूसरे दिन हजारीबाग के एक सेंटर में प्रश्न पत्र के सील टूटे होने के आरोप का हजारीबाग डीसी ने खंडन किया है। बता दें कि छात्रों ने आरोप लगाया था कि उन्हें जो पेपर मिले थे उसके सील टूटे हुए थे। अब इस मामले में हजारीबाग डीसी नैंसी सहाय ने बयान देते हुए छात्रों के आरोपों का खंडन किया है।
मीडिया से बात करते हुए हजारीबाग डीसी नैंसी सहाय ने कहा कि वहां एक इश्यू सामने आया था जहां सीलिंग को लेकर सवाल उठाए गए थे। इसको हमने वेरिफाई कराया तो सभी प्रश्न पत्र सील्ड लिफाफों में ही थे। कहा कि जो बक्से थे वो भी डीजी लॉकर में बंद थे। सभी प्रश्न पत्रों को प्रॉपर सीसीटीवी की निगरानी, वीडियो रिकॉर्डिंग में और सभी के सामने ही खोला गया। कहा, हमलोग वेरिफिकेशन करा रहे हैं। लेकिन हमलोगों ने सेंट्रल सुपिरिटेंडेंट से भी इसके बारे में एक रिपोर्ट की मांग की है।
दरअसल, हजारीबाग के जैक एंड जिल स्कूल में परीक्षा शुरू होते ही अभ्यर्थियों ने प्रश्न पत्र की सील टूटे होने का आरोप लगाया। अभ्यर्थियों ने कहा कि खोरठा पेपर का बुकलेट ऊपर से सील आया था लेकिन जब बुकलेट खोला गया तो अंदर सील टूटा हुआ पाया।
छात्रों ने इन आरोपों के साथ जमकर बवाल काटा जिसके बाद परीक्षा ऑब्जर्वर को बुलाया गया। अभ्यर्थियों ने बताया कि ऑब्जर्वर ने उनसे कहा कि हंगामा करने पर उनपर कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा के बाद छात्रों ने कहा कि प्रश्नपत्र का सील टूटा हुआ था और मांग उठाई की परीक्षा को कैंसिल किया जाए। कुछ छात्रों ने पेपर लीक होने की आशंका भी जताई।